संस्कार निर्माण शिविर में पाई संस्कारों की सुगंध
तेरापंथी महासभा के निर्देशन और तेरापंथ सभा गांधीनगर, बेंगलुरु द्वारा आयोजित कर्नाटक स्तरीय संस्कार निर्माण शिविर का सफल आयोजन आचार्य श्री महाश्रमणजी की सुशिष्या साध्वी उदितयशाजी ठाणा-4 के सान्निध्य में संपन्न हुआ। इस शिविर में 54 बालिकाओं ने भाग लिया और अपने जीवन रूपी बगिया को संस्कारों की सुगंध से महकाने के लिए मूल्यवान सूत्र सीखे।
पंच दिवसीय शिविर में ब्रह्म मुहूर्त में भक्तामर थेरेपी से दिनचर्या आरंभ होती थी। ध्यान और योग के माध्यम से Journey of Jainism का हिस्सा बनते हुए बालिकाओं ने Light of Knowledge प्राप्त की और Fight with Karma के लिए स्वयं को तैयार किया।
शिविरार्थियों में संघ और संघपति के प्रति अटूट आस्था का जागरण हुआ। Terapanth is Mera Panth की थीम ने बालिकाओं को गौरव का अनुभव कराया। मंत्र थेरेपी और कायोत्सर्ग के माध्यम से बच्चों ने यह सीखा कि मेरा सबसे अच्छा मित्र मेरी सांस है।
राइट यॉर डेस्टिनी सत्र में दिए गए टिप्स ने बालिकाओं को आत्मविश्वास के साथ यह कहने की प्रेरणा दी कि 'Yes, I can write my own destiny'. Account of Nirjara सत्र में बच्चों ने विभिन्न निर्जरा उपकरणों का उपयोग कर अपने अकाउंट को इनकम से भरने की विधि सीखी। कई बच्चों ने रात्रि भोजन, जमीकंद, सचित्त आहार, मोबाइल, और स्नान के त्याग का संकल्प लेकर अपने संयम को बढ़ाया। मोटिवेशनल स्पीकर सीमा गादिया ने Monitor Your Screen Time पर प्रस्तुति देकर बच्चों को प्रेरित किया। भावना कोठारी ने Manage Your Emotions पर सत्र लेकर बच्चों को भावनात्मक प्रबंधन के गुर सिखाए।
प्रतिदिन प्रतिक्रमण और अर्हत वंदना के माध्यम से प्रतिभागियों ने आत्मविशुद्धि का अभ्यास किया। साध्वी उदितयशाजी और सहवर्ती साध्वी वृंद के अथक प्रयासों से यह शिविर अत्यंत फलदायी रहा। प्रतिभागियों ने इस शिविर से न केवल जीवन को बेहतर बनाने के सूत्र सीखे, बल्कि संस्कारों और संयम के साथ आत्मिक विकास की राह पर भी कदम बढ़ाया। पंच दिवसीय शिविर के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित महासभा के पूर्व उपाध्यक्ष कन्हैयालाल गिड़िया, स्थानीय सभाध्यक्ष पारसमल भंसाली, सभा मंत्री विनोद छाजेड़, महासभा से आंचलिक प्रभारी प्रकाश लोढ़ा, सदस्य नवनीत मुथा, शिविर के केंदीय संयोजक संजय बाठिया, तुलसी चेतना केंद्र के पूर्व अध्यक्ष बहादुर सेठिया ने अपने विचार व्यक्त किए। मंच संचालन शिविर की स्थानीय संयोजिका नीता गादिया ने तथा आभार ज्ञापन पवन संचेती ने किया। इस अवसर पर सभा के पदाधिकारी, तेयुप अध्यक्ष विमल धारीवाल, महिला मण्डल अध्यक्षा रिजु डूंगरवाल एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शिविर के व्यवस्थित संचालन में सुमित्रा बरडिया, भारती गादिया, मनीषा घोषल, भानुप्रिया दुगड़, निर्मला आंचलिया, अनीता नाहर, चंद्रा गिलून्डिया, साधना धारीवाल ने अपनी सहभागिता निभाई। समापन समारोह में श्रेष्ठ ज्ञानार्थी ऋषिता नाहर, बैंगलोर एवं यशी जैन, हासन को चुना गया। संस्कार और अनुशासन में श्रेष्ठ पांच-पांच बालिकाओं को पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर सभा पदाधिकारियों ने साध्वी वृंद एवं चेतना केंद्र की टीम के प्रति आभार ज्ञापित किया।