शिविर के दौरान मनाया गया विश्व ध्यान दिवस

संस्थाएं

शिविर के दौरान मनाया गया विश्व ध्यान दिवस

साध्वी उदितयशाजी के सान्निध्य में अष्ट दिवसीय प्रेक्षाध्यान शिविर के दौरान विश्व ध्यान दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ तथा प्रेक्षा प्रशिक्षक छत्र सिंह मालू ने मंगलाचरण के रुप में ध्यान दिवस पर गीत प्रस्तुत किया। तदुपरांत प्रेक्षा प्रशिक्षिका सविता जैन ने विश्व ध्यान दिवस के सन्दर्भ में अपने विचार रखे। साध्वी उदितयशा जी ने ध्यान को शान्ति, सौहार्द और आध्यात्मिक आनंद का आधार बताते हुए कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व को इसकी बहुत आवश्यकता है। हम सौभाग्यशाली हैं कि प्रेक्षा प्रणेता आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी के अवदान प्रेक्षाध्यान के माध्यम से इस प्रकल्प से पहले से ही जुडे हुए हैं। तदुपरान्त साध्वीश्री जी ने चैतन्य केंद्र पर रंगों के आधार पर नमस्कार महामंत्र के पदों का ध्यान कराया। साध्वी संगीतप्रभाजी ने वर्तमान युग के सन्दर्भ में विश्व ध्यान दिवस की आवश्यकता पर अपने विचार रखते हुए कहा कि अशान्ति, तनाव और असहिष्णुता की लपटों से झुलस रही मानव जाति की दुर्दशा
को देखते हुए ही ध्यान की महत्ता की गूंज ने संयुक्त राष्ट्र का दरवाजा खटखटाया है। साध्वी भव्ययशा जी एवं साध्वी शिक्षा प्रभा जी ने सुमधुर गीतिका प्रस्तुत की। प्रेक्षा प्रशिक्षक साउथ को-आर्डिनेटर एवं इस शिविर की संयोजिका वीणा बैद ने प्रेक्षा फाउंडेशन की गतिविघियों के बारे मे जानकारी दी तथा कहा कि यह गौरव का विषय है कि प्रेक्षाध्यान कल्याण वर्ष के दौरान ही विश्व ध्यान दिवस की घोषणा हुई है, यह ऐसा शुभ संयोग है जो ध्यान की गतिविधियों को आगे बढाने मे योगभूत बनेगा। क्रम का सफल संचालन प्रेक्षा प्रशिक्षिका उर्मिला सुराणा ने किया।