आध्यात्मिक अनुष्ठानों एवं नव संकल्पों के साथ हुआ नव वर्ष 2025 का आगाज
मुनि प्रशांत कुमार जी के सान्निध्य में नववर्ष मंगलपाठ एवं मंगलकामना का आयोजन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री ने कहा- हम केवल नया वर्ष ही नहीं, हर दिन नया मनाएं। हमें प्रतिदिन नया दिन मिलता है। मिलने वाली वस्तु का सदुपयोग या दुरुपयोग करना यह आपका चिंतन होता है। स्वयं का लक्ष्य ऊंचा बनाएं। कलुषित भावनाओं से समस्या पैदा हो जाती है। दूसरों के लिए भी हमारा जीवन मंगलमय बने। हमें अपनी आत्मा का कल्याण करना है, कर्मों से हल्का बनाना है। नये साल पर यह कामना करें मुझे अपने जीवन विकास के साथ दूसरों के विकास में योगभूत बनना है। हमारा हर कदम मंगलमय हो। हम कभी अमंगल सोचें ही नहीं। सकारात्मक चिंतन से सभी का सहयोग अपने आप मिलता है। यह संकल्प करें इस वर्ष मैं किसी का अहित नही करूंगा। मुनिश्री ने आगे कहा कि मनुष्य को शांति सुकून चाहिए, पर यह कहां से मिलेगा? कैसे मिलेगा ? जैसा हम देंगे, हमें वैसा ही मिलने वाला है। अपने आप को योग्य पात्र बनाएं। इस अवसर पर मुनिश्री ने भक्तामर स्तोत्र, लोगस्स पाठ, पैंसठिया छंद, उपसर्गहर स्तोत्र आदि विविध शुभ ध्वनियों के साथ शरण सूत्र के उच्चारण से मंगलपाठ का समापन किया। इस अवसर पर श्रावक-श्राविकाओं ने एक वर्ष के लिए विभिन्न संकल्प लिए। मुनि कुमुदकुमार जी ने कहा- वर्ष समाप्ति के साथ दिन बदला, कैलेण्डर भी हम बदल देते हैं। कैलेण्डर बदलने के साथ-साथ हम अपनी सोच भी बदलें। सोच बदलने से हमारा व्यवहार एवं आचरण भी बदलता है। जब तक हम स्वयं को नहीं बदलते, तब तक कपड़े, मकान या कैलेण्डर बदलने से भला नहीं होने वाला है। स्वाध्याय, ध्यान एवं आत्मचिंतन के द्वारा अपने जीवन में परिवर्तन लाएं। पूरे वर्ष भर के लिए संकल्प लेकर शुभ भविष्य का निर्माण करें। डिफू जागरुक क्षेत्र है। यहां के समाज का आपसी समन्वय बहुत प्रेरक है। कार्यक्रम का शुभारंभ बच्चों के नवकार मंत्र की प्रस्तुति से हुआ। असम राज्य लोक सेवा अधिकार आयोग के आयुक्त विमल ओसवाल, डिफू उपसभा अध्यक्ष सुरेंद्र भरुंट, गुवाहाटी सभा अध्यक्ष बाबूलाल सुराणा, डिफू, गुवाहाटी, डीमापुर, बरपेटा, जोरहाट, नौगांव आदि के पदाधिकारियों ने नव वर्ष की शुभकामना व्यक्त की। जोरहाट सभा ने मर्यादा महोत्सव के बैनर लोकार्पण एवं अणुव्रत समिति गुवाहाटी ने नववर्ष कैलेण्डर भेंट किया। आचार्य तुलसी महाश्रमण रिसर्च फाउंडेशन, गुवाहाटी द्वारा सुपर ज्ञानदीप प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन मुनि कुमुद कुमार जी ने किया।