आध्यात्मिक अनुष्ठानों एवं नव संकल्पों के साथ हुआ नव वर्ष 2025 का आगाज

संस्थाएं

आध्यात्मिक अनुष्ठानों एवं नव संकल्पों के साथ हुआ नव वर्ष 2025 का आगाज

साध्वी संयमलता जी ने नववर्ष के अवसर पर मंगल पाठ का उच्चारण करते हुए कहा- नववर्ष नए उल्लास एवं उमंग को लेकर आया है। हर इंसान के मन में कुछ नया करने एवं पाने की चाह है। इंसान जीवन के हर पल, हर क्षण को मंगलमय बनाना चाहता है, अतीत को छोड़ अनागत की कल्पना में रंग भरना चाहता है। आने वाले कल की नवीन कल्पनाएं उसके मन व मस्तिष्क को कुछ नया करने हेतु प्रेरित कर रही हैं। इतिहास के झरोखे में जो महापुरुष हुए उन्होंने नव संकल्प, समर्पण, एकनिष्ठा के साथ परिश्रम किया। चाहे महावीर हो या मोहम्मद, कृष्ण हो या कबीर, राम हो या रहीम, महाप्रज्ञ हो या महाश्रमण कड़ी मेहनत एवं लगन से ही लक्ष्य को प्राप्त किया। नव वर्ष पर शुभ संकल्प के साथ शुभ भविष्य का निर्माण करें। साध्वीश्री ने उपस्थित परिषद को डिजिटल डिटॉक्स की प्रेरणा देते हुए रात को ग्यारह बजे से सुबह सात बजे तक मोबाइल परिहार की प्रेरणा दी। साध्वीश्री ने स्वरचित गीत 'नई उमंगें नई तरंगें' का संगान किया। कार्यक्रम की शुरुआत में साध्वी मार्दवश्रीजी ने आध्यात्मिक अनुष्ठान के अंतर्गत अर्हं के वलय से सुरक्षा कवच का निर्माण करवाया। साध्वी श्री ने कहा- जो समय की नब्ज को पकड़ता है, सफलता उनके चरणों की चाकर बन जाती है। जो समय के साथ चलता है वो कामयाब होता है। अनुष्ठान व मंगल पाठ में मलनाड संभाग एवं आस-पास के क्षेत्रों से श्रावक समाज ने सहभागिता दर्ज की। कार्यक्रम की शुरुआत हासन तेरापंथ युवक परिषद् ने 'आया नया सवेरा' गीतिका के माध्यम से की। मलनाड अध्यक्ष महावीर भंसाली ने सभी का स्वागत किया। हासन सभा अध्यक्ष सोहनलाल तातेड़ ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन नव वर्ष के वृहद मंगल पाठ द्वारा हुआ।