अभातेयुप के तत्वावधान में अभिनव सामायिक साधना
युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी जी के सुशिष्य डॉ. मुनि अभिजीतकुमार जी एवं मुनि जागृतकुमार जी के सान्निध्य में नमस्कार महामंत्र के संगान के पश्चात् अभातेयुप के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद् इंदौर द्वारा अभिनव सामायिक का कार्यक्रम आयोजित किया गया। डॉ. मुनि अभिजीत कुमारजी ने अभिनव सामायिक के महत्व को बताते हुए ध्यान, दीर्घ श्वास आदि के प्रयोग करवाकर विधिवत अभिनव सामायिक करवाई। कार्यक्रम के दूसरे चरण में तेरापंथ समाज, इंदौर एवं श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा मुनिद्वय के इंदौर पदार्पण पर अभिनन्दन कार्यक्रम आजोयित किया गया। मुनि अभिजीत कुमारजी ने अपने संबोधन में कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि मैं मेरी शिक्षा एवं वैराग्य भूमि इंदौर से जुड़ा हूं। आज समाज जन अभिनव सामायिक फेस्टिवल के रूप में सामायिक साधना में संलग्न है। आपने जप के संदर्भ में कहा कि जप अपने आप में आध्यात्मिक औषधि है। जप के द्वारा कर्म बिखरते हैं एवं आत्मा निखरती है। आपने कहा कि स्वयं, परिवार, समाज का उत्थान ही वास्तव में सही उत्थान है। हम पूज्य गुरुदेव के आशीर्वाद से तेरापंथ समाज का उत्थान, जैन समाज का उत्थान, अजैन लोगों का उत्थान, उक्त तीनों मिशन को लेकर चले हैं। इंदौर अध्यात्म की नगरी हैं। सब एकजुट होकर पूज्य गुरुदेव के सन् 2031 के चतुर्मास के लिए प्रयत्नशील होकर ठोस कार्ययोजना बनाकर गुरु चरणों में उपस्थित होकर चतुर्मास की अर्ज करें। मुनि जागृत कुमार जी ने कहा कि मालवा प्रदेश प्रसिद्ध है। आपने अपने इंदौर से जुड़े संस्मरणों से सबको अवगत करवाया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ तेरापंथ महिला मंडल की बहनों द्वारा मंगलाचरण से हुआ। तत्पश्चात मुख्य अतिथि फूलचंद छत्रावत एवं विशेष अतिथि निलेश रांका का सम्मान सभा अध्यक्ष निर्मल नाहटा, सभा पूर्व अध्यक्ष प्रकाश कांठेड़ एवं सहमंत्री मनीष दुग्गड द्वारा किया गया। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष निर्मल नाहटा एवं स्थानीय संस्थाओं के पदाधिकारियों ने स्वागत स्वर प्रस्तुत किया। मुनि अभिजीत कुमार जी के संसार पक्षीय मेहता परिवार की बहनों द्वारा सामूहिक गीतिका की प्रस्तुति दी गई। मुनि अभिजीत कुमार जी के संसारपक्षीय भाई एवं तेयुप उपाध्यक्ष तरीन मेहता ने मुनिश्री के साथ व्यतीत जीवन की स्मृतियों के साथ भावविभोर उद्बोधन प्रस्तुत किया गया। सभा के पूर्व अध्यक्ष गोपीलाल सामोता, मेहता परिवार की ओर से प्रमिला कांसवा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। तेरापंथ सभा मंत्री राकेश भंडारी द्वारा डॉ. मुनि अमृतकुमारजी, डॉ. समणी निर्वाणप्रज्ञा जी एवं डॉ. समणी चैतन्यप्रज्ञाजी का संयुक्त स्वागत संदेश का वाचन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फूलचंद छत्रावत ने अपने वक्तव्य में महासभा की गतिविधियों एवं प्रकल्पों की जानकारी प्रस्तुत करते हुए गुरूदेव के सन् 2031 के मालवा प्रवास हेतु प्रेरित करते हुए कहा कि इंदौर के पास अच्छा मौका है।
हमें पूरी उर्जा के साथ समर्पित होकर इसे साकार करना है। विशेष अतिथि निलेश रांका ने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का सफल संचालन एवं आभार तेरापंथ सभा के मंत्री राकेश भंडारी द्वारा किया गया।