
‘प्रेक्षा प्रवाह : शक्ति एवं शांति की ओर’ कार्यशाला का आयोजन
मदुरै। अभातेममं के निर्देशानुसार तेममं मदुरै द्वारा प्रेक्षाध्यान के दूसरे चरण कायोत्सर्ग द बेस्ट रेमेडी तो रिलीव स्ट्रेस कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ मंडल की बहनों द्वारा सीमंधर स्वामी स्तुति व प्रेक्षाध्यान गीत से की गई। अध्यक्ष लता कोठारी ने सभी का स्वागत किया। मुख्य वक्ता दीपिका नाहटा ने कहा कि कायोत्सर्ग शब्द का अर्थ शरीर के ममत्व को त्याग कर पूरी जागरूकता के साथ शरीर को शिथिल करना है। ध्यान हमारी आत्मा के ऊपर के आवरण को हटाने का माध्यम है। कायोत्सर्ग के द्वारा आत्मा को समझने में मदद मिलती है एवं अचेतन मन तक पहुंचा जा सकता है। धन्यवाद ज्ञापन मधु जीरावला ने किया। कार्यक्रम का कुशल संयोजन मंत्री सुनीता कोठारी ने किया।