गुरू दीपक है, जो अज्ञान रूपी अंधकार को दूर करते हैं

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गुरू दीपक है, जो अज्ञान रूपी अंधकार को दूर करते हैं

आचार्य श्री भिक्षु समाधि स्थल संस्थान सिरियारी में मुनि मणिलालजी की परोक्ष सन्निधि व मुनि चैतन्यकुमारजी 'अमन' के निर्देशन में 25वीं मासिक भिक्षु भक्ति का आयोजन हुआ। जिसमें अहमदाबाद से समागत संगायिका जिज्ञासा पींचा ने गीतों की प्रस्तुति देकर आचार्य भिक्षु के चरणों में अपनी भावनाएं प्रकट की। भिक्षु भक्ति में मुनि चैतन्य कुमार जी ने कहा संसार में ब्रह्मा को जन्मदाता, विष्णु को पालनकर्ता और शिव को उद्धारकर्ता माना गया है किन्तु गुरु में ये तीनों ही गुण समाहित हो जाते हैं। क्योंकि गुरु शिष्य को धर्म के मार्ग पर लगा कर आत्मगुणों को जन्म देने वाले, संवर्द्धन करने वाले और उद्धार करने वाले होते हैं। तेरापंथ के प्रवर्तक आचार्यश्री भिक्षु ऐसे महान गुरू थे जो लाखों-लाखों लोगों के लिए तारणहार बने हुए हैं। गुरू दीपक हैं जो अज्ञानरूपी अंधकार का नाश कर देते हैं। इस अवसर पर संस्थान की ओर से मुख्य गायिका जिज्ञासा पींचा एवं का सम्मान किया गया। संयोजक राहुल बालर का सम्मान संस्थान की ओर से उपाध्यक्ष उतमचंद सुखलेचा ने किया। उकलाना, हरियाणा से नगरपालिका चैयरमेन विकास सौरव जैन, सुशील जैन, विकास पंचाल, मनोज जैन विशेष रूप से उपस्थित थे।