
भक्तामर जप अनुष्ठान का आयोजन
राजाजी का करेड़ा। साध्वी कीर्तिलता जी के सान्निध्य में तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में तेरापंथ भवन में भक्तामर जप अनुष्ठान का आयोजन किया गया। साध्वी शांतिलता जी ने त्रिपदी वंदना करवाते हुए आचार्य मानतुंग द्वारा रचित भक्तामर स्तोत्र को एक चमत्कारिक एवं प्रभावशाली स्तोत्र बताया। साध्वी पूनमप्रभा जी ने पूरे स्तोत्र का सामूहिक पाठ करवाते हुए विभिन्न पद्यों की महिमा बताई। साध्वी कीर्तिलता जी ने उपसंहार करते हुए कहा कि भक्तामर स्तोत्र में जो मंत्र हैं, जो उनकी साधना तन्मयता एवं एकाग्रता से करता है, वह निश्चित रूप से फल प्राप्त कर सकता है। अनुष्ठान में कुल 26 जोड़ों ने जप किया।