मासखमण तप अनुमोदना कार्यक्रम
जसोल
मुनि धर्मेश कुमार जी के सान्निध्य में नाकोड़ा रोड, तेरापंथ भवन में कार्यक्रम में मुनि यशवंत कुमार जी के 31 की तपस्या (मासखमण) एवं चातुर्मास में आठ व आठ से ऊपर तपस्या के उपलक्ष्य में तप अनुमोदना का कार्यक्रम आयोजित हुआ।
मुनि धर्मेश कुमार जी ने कहा कि दृढ-संकल्प वाले ही तपस्या कर सकते हैं। मुनिश्री ने तपस्या की अनुमोदना करते हुए उनके भावी जीवन के प्रति मंगलकामना करते हुए कहा कि तुम तपस्या के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ते रहो और धर्मसंघ की प्रभावना बढ़ाते रहो।
मुनि यशवंत कुमार जी ने तप का महत्त्व बताते हुए सभी को तप के क्षेत्र में अपनी शक्ति का नियोजन करने की प्रेरणा दी। स्वागत भाषण सभा अध्यक्ष मोतीलाल जीरावला ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में सिवांची-मालाणी, तेरापंथ क्षेत्रीय संस्थान के अध्यक्ष नेमीचंद आर0 चोपड़ा, अभातेयुप के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गौतमचंद डागा-चेन्नई, बालोतरा नगर परिषद चेयरमैन के प्रतिनिधि सुरेश कुमार वैद मेहता, शंकरलाल ढेलड़िया आदि अनेक जनों ने अपने विचार व्यक्त किए। साधु-साध्वीवृंद के संदेश का वाचन डूंगरचंद सालेचा, संपतराज चोपड़ा व रीटा देवी ने किया। तेयुप-सभा जसोल, महिला मंडल, कन्या मंडल, ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाएँ, सालेचा परिवार जसोल, महिला मंडल पचपदरा, महिला मंडल बालोतरा एवं स्वर संगम तेयुप बालोतरा सहित सभी ने अलग-अलग तप-अनुमोदना में सुमधुर गीतिका का संगान किया। कार्यक्रम का संचालन मुनि डॉ0 विनोद कुमार जी ने किया।