तपस्या अमृत का प्याला है

तपस्या अमृत का प्याला है

साहुकारपेट, चेन्‍नई
साध्वी अणिमाश्री जी के सान्‍निध्य में तेरापंथ भवन में गुडियातम से समागत जयश्री गीड़िया के मासखमण एवं चातुर्मासकाल में एकासन के मासखमण करने वाले तपस्वियों की तप अनुमोदना का कार्यक्रम तेरापंथ सभा के तत्त्वावधान में आयोजित हुआ। साध्वी अणिमाश्री जी ने अपने उद्गार व्यक्‍त किए। साध्वीश्री जी ने कहा कि गुडियातम से जयश्री गीड़िया मासखमण का तप लेकर आई हैं। तपस्या अमृत का प्याला है। किस्मत वाला ही इस प्याले को पी सकता है। जयश्री ने अपने मनोबल से, गुरु शक्‍ति से एवं परिवार के सहयोग से तप रूपी अमृत का पान किया हैं गुडियातम हमारा पूर्व चातुर्मासिक क्षेत्र है। हमारे चातुर्मास में छोटे क्षेत्र में भी तप की बहार आई थी। गीड़िया परिवार बड़ा परिवार है। तप के क्षेत्र में आगे बढ़ता रहे, ऐसी हमारी शुभकामना है।