दंपति कार्यशाला का आयोजन
विजयनगर, बैंगलोर
साध्वी प्रमिला कुमारी जी के सान्निध्य में दंपति कार्यशाला का आयोजन हुआ। साध्वी प्रमिला कुमारी जी ने कहा कि परिवार एक सामाजिक प्रयोगशाला है जहाँ संयोग का प्रयोग होता है। स्त्री और पुरुष विवाह के सूत्र में बंधकर परिवार का निर्माण करते हैं, नया परिवार नई पीढ़ी को जन्म देता है परिवार का जीवन समुह का जीवन सापेक्ष का जीवन होता है। एक दूसरे का अपेक्षित सहयोग मिलने से जीवन सरस बनता है। साध्वीश्री जी ने विश्वास, सहनशीलता, प्रमोद भावना, वाणी संयम, सकारात्मक सोच, एक-दूसरे को समान मानने और मनवाने की कला और अहंकार विसर्जन इन 8 सूत्रों द्वारा जिंदगी के राहों को प्रशस्त बनाने के टिप्स बताए। कार्यक्रम में स्थानीय कन्या मंडल की कन्याओं ने लघु नाटिका के माध्यम से रोचक ढंग से वर्तमान परिवार के परिस्थितियों को दर्शाया, जिसके आधार पर साधुओं ने सभी दंपतियों के विचार जाने एवं उन्हें अपने जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लाने चाहिए इस बात की जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में कुछ समय जिज्ञासा-समाधान के लिए रखा गया। सुनीता श्रीमाल ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन साध्वीश्री जी के मंगलपाठ से हुआ। कार्यक्रम का संचालन साध्वी आस्थाश्री जी ने किया।
इस कार्यक्रम में संयोजिका थी सुनीता श्रीमाल एवं ललिता डागा। कार्यक्रम में महिला मंडल की अध्यक्षा प्रेमबाई भंसाली, मंत्री सुमित्रा बरड़िया एवं सभी पदाधिकारी उपस्थित थे।