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अर्जन के साथ है विसर्जन का महत्त्व
आई डी पी अल स्थित नव निर्मित श्री तुलसी महाप्रज्ञ भवन में साध्वी डॉ. गवेषणाश्री जी का पदार्पण हुआ। इस अवसर पर सुचित्रा और आईडीपीएल की ज्ञानशाला के विद्यार्थियों और प्रशिक्षिकाओं को विशेष रूप से प्रेरित किया गया। आईडीपीएल की ओर से पूर्व तेयुप अध्यक्ष श्रवण कोठारी ने भवन निर्माण की गति प्रगति की जानकारी देते हुए स्वागत वक्तव्य दिया। साध्वी डॉ. गवेषणाश्रीजी ने अपने वक्तव्य में अर्जन के साथ विसर्जन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विसर्जन की शक्ति ही अनासक्त चेतना का प्रकाश है। उन्होंने श्रोताओं को त्याग और अनासक्ति के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। साध्वी दक्षप्रभाजी ने सुमधुर गीतिका से श्रावक-श्राविका समाज को प्रेरणा दी।
मेघा पुगलिया ने मधुर स्वागत गीतिका प्रस्तुत की। प्रेम बैंगानी और महेंद्र दुगड़ ने अपने अनुभव साझा करते हुए सभी को भवन में सहयोग करने की प्रेरणा दी। सिकंदराबाद तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सुशील संचेती ने ट्रस्ट परिवार को बधाई दी और ज्ञानशाला के संचालन में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष अभिनंदन नाहटा ने संगठन के त्रिआयामी उद्देश्यों पर बात रखते हुए भवन में चिकित्सा संबंधी स्थायी परियोजना के लिए सहयोग का प्रस्ताव रखा। ट्रस्ट परिवार की ओर से सुमेरसिंह नाहटा ने आभार व्यक्त किया।