भिक्षु स्वामी के त्याग, बलिदान से तेरापंथ का इतिहास गौरवान्ति

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वाशी।

भिक्षु स्वामी के त्याग, बलिदान से तेरापंथ का इतिहास गौरवान्ति

वाशी। जैन श्वेतांबर तेरापंथी महासभा के निर्देशन में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा वाशी नवी मुंबई के तत्वावधान में भिक्षु अभिनिष्क्रमण दिवस कार्यक्रम अणुव्रत सभागार वाशी नवी मुंबई में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ ‘शासनश्री’ साध्वी कंचनप्रभाजी ने नमस्कार महामन्त्र द्वारा किया। मंगलाचरण भिक्षु भक्ति महिला मंडल वाशी द्वारा किया गया। स्वागत वक्तव्य तेरापंथी सभा वाशी अध्यक्ष पंकज चंडालिया, तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष अरविंद खाटेड़ ने दिया। तेरापंथ महिला मंडल मंत्री सीमा मेहता, तेरापंथ सभा कोपरखैरना अध्यक्ष जसराज छाजेड ने गीतिका के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किये।
‘शासनश्री’ साध्वी कंचनप्रभाजी ने भिक्षु स्वामी के त्याग, बलिदान एवं तेरापंथ के इतिहास का विवेचन कर लोगों को लाभान्वित किया। ‘शासनश्री’ साध्वी मंजूरेखाजी ने भिक्षु अभिनिष्क्रमण दिवस के बारे में श्रावक समाज को संबोधित किया। साध्वी उदितप्रभाजी, साध्वी निर्भयप्रभाजी, साध्वी चेलनाश्रीजी ने गीतिका के माध्यम से अपने भाव प्रस्तुत किए। ज्ञानशाला प्रशिक्षाओं के द्वारा भिक्षु अष्टकम् का संगान किया गया। कार्यक्रम का संचालन सोनिया सिंघवी ने किया।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में जैन विद्या प्रमाणपत्र वितरण का कार्यक्रम हुआ जिसमें हार्बर लाइन आंचलिक संयोजिका अनीता सियाल एवं तेरापंथ सभा अध्यक्ष पंकज चंडालिया विचार व्यक्त किये। दियांश संचेती को केन्द्रीय स्तर पर भाग 1 में द्वितीय स्थान मिलने पर सम्मानित किया गया। भाग 9 में उत्तीर्ण परिक्षार्थी मंजु संचेती, रानी बापना, वनीता मेहता, रेखा मेहता, मिनल बापना के साथ भाग 1 से 9 तक के 71 परिक्षार्थियों को सर्टिफिकेट का वितरण एवं सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन केन्द्र व्यवस्थापिका इंदु बड़ाला ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सह केंद्र व्यवस्थापिका मेघना आच्छा और नीतू परमार का पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ।