उपासक श्रेणी साधना की ओर अग्रसर
गंगाशहर
गुरुदेव तुलसी का धर्मसंघ को एक महान अवदानउपासक श्रेणी। परम पावन आचार्यश्री महाश्रमण जी की असीम अनुकंपा से, साध्वी पावनप्रभा जी के सान्निध्य और जैन श्वेतांबर तेरापंथी महासभा के तत्त्वावधान में गंगाशहर के नैतिकता शक्तिपीठ-आचार्य तुलसी समाधि स्थल परिसर में उपासक साधना केंद्र का शुभारंभ उपासक श्रेणी के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनि योगेश कुमार जी की प्रेरणा से हुआ। कल प्रात: साध्वी पावनप्रभा जी के सान्निध्य में औपचारिक रूप में सेवा केंद्र-शांति निकेतन में प्रोग्राम आयोजित हुआ। मुख्य कार्यक्रम आज आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान परिसर में साध्वीश्रीजी के सान्निध्य में प्रारंभ हुआ। साध्वीश्री जी ने कहा कि उपासक स्व-पर का कल्याण करने वाले हैं। उपासक साधना केंद्र से स्थानीय श्रावक भी लाभ उठा सकते हैं। उपासक गीत द्वारा उपासक वर्ग ने मंगलाचरण किया। संस्थान के मंत्री हंसराज डागा ने सभी का स्वागत किया व गुरुदेव के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। उपासक राजेंद्र सेठिया ने कहा कि उपासक श्रेणी में अभी भी विकास का अवकाश अवशेष है। उपासक श्रेणी के राष्ट्रीय संयोजक सूर्यप्रकाश सामसुखा ने उपासक श्रेणी की महत्ता पर प्रकाश डाला। उपासक प्राध्यापक निर्मल नौलखा ने कहा कि जागना जरूरी है, जो सोता है, वो खोता है। कृतज्ञता किशनलाल बैद ने ज्ञापित की। प्रथम चरण में 10 उपासक-उपासिकाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र पारख ने किया।