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पैंसठिया छंद अनुष्ठान का आयोजन
तेरापंथ युवक परिषद् हैदराबाद द्वारा डॉ साध्वी गवेषणाश्री जी के सान्निध्य में सिकंदराबाद स्थित क्लासिक गार्डन में “पैंसठिया छंद महाअनुष्ठान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण स्वास्तिक के आकर में 71 जोड़ों का 2 घंटे से अधिक बैठकर इस छंद का जाप करना था। इस महाअनुष्ठान में 650 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या डॉ साध्वी गवेषणाश्री जी ने कहा कि मंत्रो में मंत्र, तंत्रो में तंत्र और यंत्रो में यन्त्र है- पैंसठिया छंद। जैन धर्म का यह प्रसिद्ध छंद हैं। इसमें विशेष रूप से 24 तीर्थंकरो की स्तुति की गई है। 1 से 24 तक के अंक का तात्पर्य है भरत क्षेत्र के इस अवसर्पिणी काल के चौबीस तीर्थंकरो की स्तुति एवं 25 अंक का तात्पर्य सीमंधर स्वामी का स्मरण। यह छंद बहुत ही प्रभवशाली और आकर्षक है। इसकी साधना मुख्य रूप से रवि पुष्य नक्षत्र के दिन करायी जाती है। यह महामंगलकारी, कल्याणकारी, संकटहारी और विघ्नहारी छंद है।
साध्वी मयंकप्रभाजी ने इस छंद की महिमा और विधि पर विशेष प्रकाश डाला। साध्वी दक्षप्रज्ञा ने मधुर स्वरों से पूर्ण सभा को सरोबार कर दिया। साध्वी मेरुप्रभा ने कुशलतापूर्वक कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में स्वागत व्यक्तव्य तेयुप मंत्री अनिल दुगर ने दिया और तेयुप हैदराबाद की भिक्षु प्रज्ञा मंडली ने मंगलाचरण की प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम के मुख्य संयोजक अरिहंत गुजरानी, शुभम बम्बोली, आदेश पिरोदिया, रीटा सुराणा और रेखा संकलेचा थे। कार्यक्रम के अंत में अध्यक्ष अभिनन्दन नाहटा ने सभी के प्रति आभार ज्ञापन करते हुए साध्वीश्री के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। जैन धर्म के कई मतों के श्रावक-श्राविकाओं ने इस अनुष्ठान में भाग लिया। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् की ओर से तपोयज्ञ के राष्ट्रीय प्रभारी जितेश पोकरना इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में देवगढ़ (राजस्थान) से पधारे। श्री जैन सेवा संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष पिरोदिया और उपाध्यक्ष विनोद संचेती का कार्यक्रम में सम्मान किया गया। तेयुप संगठन मंत्री जिनेन्द्र बैद, सहमंत्री जिनेन्द्र सेठिया और कोषाध्यक्ष आशीष दक ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम् भूमिका निभाई। कार्यकम में TKM TALKS के टीज़र का भी लांच किया गया। आयोजन में तेरापंथ महिला मंडल, हैदराबाद का विशेष सहयोग रहा।