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साध्वी वृंद का हुआ नगर प्रवेश
युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी अणिमाश्री जी का औद्योगिक नगरी बालोतरा में भव्य मंगल प्रवेश हुआ। पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री महाश्रमण जी की आज्ञानुसार, देश की राजधानी दिल्ली से चलकर राजस्थान राज्य के बालोतरा शहर में साध्वी अणिमाश्री जी ठाणा 5 का नगर प्रवेश नाकोडा जैन सराय में हुआ। यहां से तेरापंथ सभा के अंतर्गत रैली द्वारा वे नवकार कॉलोनी स्थित खतरगच्छ भवन पधारीं, जहां खतरगच्छ जैन संप्रदाय की साध्वी डॉ. विद्युतप्रभाश्री जी ने उनका अभिवादन किया। प्रवचन भवन में स्वागत-अभिनन्दन का कार्यक्रम नमस्कार महामंत्र से आरंभ हुआ। मंगलाचरण कन्या मंडल द्वारा प्रस्तुत किया गया। साध्वी अणिमाश्री जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज पूज्य गुरुदेव की कृपा से बालोतरा नगर में हमारा प्रवेश हुआ है।
गुरु के आशीर्वाद से शिष्य सफलता के शिखर को स्पर्श करता है। हमें पक्का विश्वास है कि गुरुदेव की ऊर्जा से हम इस क्षेत्र को सरस बनाने में सफल होंगे और हमें यहां अनमोल मोती प्राप्त होंगे। साध्वीश्री ने कहा कि हम आपकी आत्मा को सजाने और संवारने के लिए आए हैं। चातुर्मास का समय आत्मा को उज्ज्वल, पावन और पवित्र बनाने का अवसर है। आज हमारे नगर प्रवेश पर खतरगच्छ की वरिष्ठ साध्वी बहन डॉ. विद्युतप्रभाश्री जी का पदार्पण भी हुआ है। हमारा भाव-जगत का संबंध प्रगाढ़ बना रहे। हम सब अपनी-अपनी परंपराओं में रहते हुए जिन शासन की सेवा और प्रभावना करते रहें। साध्वीश्री ने अपने करणीय कार्यों की सुंदर विवेचना की। डॉ. साध्वी विद्युतप्रभाश्री जी ने कहा कि परमात्मा भगवान महावीर की वाणी हमें लक्षित मंजिल तक पहुंचाती है। साधु-संत प्रभु की वाणी का अमृत पान कराने के लिए आपके द्वार तक पहुंचे हैं।
इस बार बालोतरा क्षेत्र को आपके संघ की साध्वी अणिमाश्री जी का चातुर्मास मिला है, इसका पूरा लाभ लेना है। हम बाहर से अलग होते हुए भी भीतर से एक हैं और यह एकता बनी रहनी चाहिए। हम अपने जीवन का हर क्षण संघ सेवा में नियोजित करते रहें। साध्वी कर्णिकाश्री जी ने कहा कि साधु-संतों के आगमन से धरती का भाग्य खिल जाता है। बालोतरा की धरा पर संत-महात्माओं का पदार्पण होता रहता है। आज साध्वी अणिमाश्री जी का चातुर्मास नगर प्रवेश हुआ है, इसका सबको पूर्ण लाभ उठाना है। डॉ. साध्वी सुधाप्रभा जी ने कहा कि साध्वी अणिमाश्री जी अमृत के सागर आचार्य महाश्रमण जी से अमृत बूंदों को लेकर आई हैं। वे तपस्विनी रूप में अमृत की स्रोत बनकर आई हैं, इसलिए आप उनका स्वागत कर रहे हैं। यह उर्वर और उपजाऊ भूमि है। साध्वीश्री जी के सिंचन से यहां मोती तैयार होंगे, ऐसा विश्वास है। तेरापंथ महिला मंडल द्वारा सामूहिक गीतिका तथा तेयुप स्वर संगम द्वारा गीत के माध्यम से स्वागत-अभिनन्दन किया गया।
मुमुक्षु शेफाली ने साध्वीश्री का अपनी जन्मभूमि पर स्वागत-अभिनन्दन किया। सिवांची मालाणी संस्थान के अध्यक्ष शांतिलाल डागा, तेरापंथ सभा उपाध्यक्ष ललित जीरावाला, खतरगच्छ अध्यक्ष अमृतलाल सिंघवी, माणक चोपड़ा, तेयुप अध्यक्ष रौनक श्रीश्रीमाल, महिला मंडल अध्यक्षा निर्मला संखलेचा, टीपीएफ अध्यक्ष रमेश भंसाली तथा ज्ञानशाला के ज्ञानार्थी बच्चों ने अपने-अपने विचारों से साध्वीश्री का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन सभा मंत्री प्रकाश बैद ने किया।