
रचनाएं
उजला प्रभात लाया उजली सौगात है
उजला प्रभात लाया उजली सौगात है।
प्रज्ञा के नाथ बने विश्व विख्यात है।
बालू के लाल बने विश्व विख्यात है।।
1. शिव शंकर सम अन्तर्दृष्टि खुली थी,
बुद्धि वरदान बृहस्पति से मिली थी।
कान गणपति सम किससे अज्ञात हैं।।
2. प्रेक्षा के द्वारा लाखों लाखों को तारा,
लंदन जापान में भी गूंजें सितारा।
हिन्दु मुस्लिम सद्भावना प्रख्यात है।।
3. मंत्रों के ज्ञाता और मंत्रों के दाता,
चरण शरण आधि व्याधि मिटाता।
योग महिमा से खिले कितने जलजात हैं।।
4. तुलसी महाप्रज्ञ की जोड़ी अलबेली,
चलती थी अणुव्रत प्रेक्षा रंगरैली।
महातपस्वी महाश्रमण की बढ़ती चढ़ती ख्यात है।।
5. ॐ श्री महाप्रज्ञ गुरवे नमः नित,
जाप जपने से बने चित्त विकसित।
'उज्ज्वल' यह मंत्र, मन बने निष्णात है।।
लय - पहली मुलाकात है जी