आत्म दर्शन और सत्य दर्शन की सतत प्रक्रिया का नाम है प्रेक्षा ध्यान

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गंगाशहर बीकानेर।

आत्म दर्शन और सत्य दर्शन की सतत प्रक्रिया का नाम है प्रेक्षा ध्यान

गणाधिपति गुरुदेव तुलसी के 29वें महाप्रयाण के अवसर पर सप्त दिवसीय कार्यक्रमों के अंतर्गत त्रिदिवसीय प्रेक्षाध्यान शिविर का आयोजन आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान एवं प्रेक्षा फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में आशीर्वाद भवन के प्रांगण में आयोजित हुआ। इस त्रिदिवसीय आवासीय शिविर का शुभारंभ ‘शासनश्री’ साध्वी बसंतप्रभा जी के सान्निध्य में हुआ। शिविर का संचालन समणी नियोजिका मधुरप्रज्ञाजी, समणी मननप्रज्ञाजी, प्रेक्षाध्यान प्रशिक्षिका सविता जैन एवं राज गुनेचा द्वारा किया गया। ‘शासनश्री’ साध्वी बसंतप्रभा जी ने कहा कि आत्म दर्शन और सत्य दर्शन की निरंतर प्रक्रिया का नाम ही प्रेक्षा ध्यान है। अपने भीतर तक गहराई में झांकना और जागरूक रहना इसका लक्ष्य है।
समणी नियोजिका मधुरप्रज्ञा जी ने बताया कि आचार्य तुलसी ने किसी भी विशेष लक्ष्य की प्राप्ति के लिए चार सूत्रीय योजना निर्मित की- 1. अभिप्रेरणा, 2.एकाग्रता, 3. शिथिलीकरण और 4. द्रष्टाभाव। तुलसी शांति प्रतिष्ठान संस्थान के अध्यक्ष गणेश बोथरा ने बताया कि आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान द्वारा आध्यात्मिक, सामाजिक, सेवार्थ गतिविधि निरंतर संचालित होती है। आचार्य तुलसी के 29 वें महाप्रयाण के अवसर पर गुरु चरणों में आध्यात्मिक भेंट देना हमारा लक्ष्य है।
शिविर में उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनि कमल कुमार जी ने भी पधारकर मंगल आशीर्वाद प्रदान किया। मंत्री दीपक आंचलिया ने बताया कि शिविर में ध्यान, आसन, प्रेक्षाध्यान के प्रयोग एवं इसके सैद्धांतिक और वैज्ञानिक रूप को समझने हेतु वक्तव्य और प्रशिक्षण प्रदान किए गए । शिविर के दौरान आहार संयम, वाणी संयम के अनुरूप दिनचर्या का संचालन हुआ। आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान संस्थान के मीडिया एवं प्रचार प्रसार विभाग के संयोजक धर्मेंद्र डाकलिया के अनुसार गुरुदेव तुलसी के 29 वें महाप्रयाण दिवस के अवसर पर आयोजित सप्त दिवसीय सभी कार्यक्रमों में साधु-साध्वियों की विशेष प्रेरणा से श्रद्धालु लोगों में धर्म, ध्यान, त्याग, तप, जप, स्वाध्याय आदि का विशेष जोश दिखाई पड़ रहा है। शिविर प्रभारी मानक चंद सामसूखा एवं इंदरचंद सेठिया ने बताया कि गंगाशहर, बीकानेर, उदासर, उदयरामसर, भीनासर, देशनोक, पीलीबंगा, सूरतगढ़, संगरिया मंडी, श्रीरामसर, जयपुर, सिंथल, चंडीगढ़ आदि 13 स्थानों से 79 जनों ने सहभागिता की। प्रेक्षा ध्यान शिविर को सफल बनाने में किशन बैद, भंवर लाल सेठिया, अरिहंत नाहटा, मनीष बाफना, राजू पारख आदि का सराहनीय सहयोग प्राप्त हो रहा है।