प्रेक्षाध्यान कार्यशाला का आयोजन

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गंगाशहर।

प्रेक्षाध्यान कार्यशाला का आयोजन

अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार ‘प्रेक्षा प्रवाह - शांति और शक्ति की ओर’ तथा ‘मातृत्व एक वरदान’ विषय पर तेरापंथ महिला मंडल गंगाशहर द्वारा कार्यशाला का आयोजन साध्वी विशदप्रज्ञा जी एवं साध्वी लब्धियशा जी के सान्निध्य में शांतिनिकेतन प्रांगण में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत महिला मंडल अध्यक्ष संजू लालानी द्वारा मुख्य वक्ता डॉ दीप्ति के स्वागत के साथ हुईं। साध्वी विधिप्रज्ञा जी द्वारा प्रेक्षाध्यान का प्रायोगिक प्रशिक्षण करवाया गया। महिला मंडल पूर्व अध्यक्ष संतोष बोथरा द्वारा डॉक्टर दीप्ति वहल का संक्षिप्त परिचय दिया एवं डॉ दीप्ति ने गर्भावस्था के दौरान उचित रहन-सहन, खान पान एवं इस दौरान रखी जाने वाली सावधानियों से बहुत ही सहज एवं सरल तरीके से अवगत करवाया।
साध्वी लब्धियशा जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि सबसे पहले संस्कार गर्भ के अंदर आते हैं। गर्भ संस्कार एक शिशु का जीवन भर का व्यक्तित्व का निर्माण कर सकते हैं, और इसमें एक मां की भूमिका अहम है। साध्वी विशदप्रज्ञा जी ने अपने उद्बोधन में इसे एक मां की अदृश्य पाठशाला बताया। सिर्फ भावनाएं ही नहीं, मां के भीतर की हर अनुभूति, हर स्पर्श, हर विचार शिशु के अंदर उतरता जाता है। यह वह संगम है जहां श्रद्धा और विज्ञान एक मां के भीतर एक साथ पलते हैं। मंत्री मीनाक्षी आंचलिया द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन कोषाध्यक्ष अंजू ललवानी द्वारा किया गया।