गणाधिपति आचार्य श्री तुलसी के महाप्रयाण दिवस पर विविध आयोजन

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साउथ कोलकाता

गणाधिपति आचार्य श्री तुलसी के महाप्रयाण दिवस पर विविध आयोजन

मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार नारी उन्नायक आचार्य श्री तुलसी का 29वां महाप्रयाण दिवस विसर्जन दिवस के रूप में भव्य रूप से मनाया गया। यह बृहद कोलकाता स्तरीय आयोजन तेरापंथ महिला मंडल साउथ कोलकाता द्वारा तेरापंथ भवन में संपन्न हुआ। इस आयोजन में पूर्वांचल, कोलकाता, दक्षिण हावड़ा, उत्तर हावड़ा, मध्य कोलकाता, टॉलीगंज और बेहाला महिला मंडलों ने सहभागिता निभाई।
धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा— 'आचार्य तुलसी तेरापंथ धर्मसंघ के नवम अधिशास्ता थे। वे मानवता और शांति के मसीहा, युगदृष्टा, युगस्रष्टा, युगपुरुष और युगचिंतक थे। वे आत्मार्थी, पापभीरु, अवसरज्ञ, उपायज्ञ, अनाग्रह और सहिष्णुता के साधक थे। कठिनतम परिस्थितियों में भी वे संतुलन बनाए रखते थे।' उन्होंने कहा कि आचार्य तुलसी प्रवचनकार, साहित्यकार, संगीतज्ञ, संत और प्रशासक—सभी रूपों में अद्वितीय थे। उन्होंने अणुव्रत आंदोलन, प्रेक्षाध्यान, जीवन-विज्ञान, आगम संपादन, महिला जागरण और शिक्षा के क्षेत्रों में युगांतकारी योगदान दिया। मुनिश्री ने कहा, 'आज का युग पदलोभ का युग है, पर आचार्य श्री ने अपने पद का विसर्जन कर अपने ही उत्तराधिकारी को आचार्य के रूप में प्रतिष्ठित किया। यह विसर्जन एक आदर्श बन गया। विसर्जन चेतना से ही नवसृजन संभव है।' कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ महिला मंडल की बहनों द्वारा तुलसी अष्टकम् के संगान से हुआ। मुनि कुणाल कुमार जी ने सुमधुर भक्ति गीत प्रस्तुत किया। स्वागत वक्तव्य साउथ कोलकाता सभा अध्यक्ष बिनोद कुमार चोरड़िया एवं महिला मंडल साउथ कोलकाता की अध्यक्षा पद्मा कोचर ने दिया। इस अवसर पर विकास परिषद के सदस्य बनेचंद मालू, महासभा के कोषाध्यक्ष मदन मरोठी, महिला मंडल की संगठन मंत्री रमण पटावरी और उपासक प्राध्यापक निर्मल नौलखा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। नाटिका मंचन में साउथ कोलकाता, पूर्वांचल, उत्तर हावड़ा, मध्य कोलकाता, टॉलीगंज और बेहाला महिला मंडलों ने आचार्य तुलसी के विविध अवदानों पर शिक्षाप्रद प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम का संचालन मुनि परमानंद जी ने तथा आभार ज्ञापन महिला मंडल साउथ कोलकाता की मंत्री अनुपमा नाहटा ने किया।