गणाधिपति आचार्य श्री तुलसी के महाप्रयाण दिवस पर विविध आयोजन

संस्थाएं

हैदराबाद

गणाधिपति आचार्य श्री तुलसी के महाप्रयाण दिवस पर विविध आयोजन

अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में तेरापंथ महिला मंडल हैदराबाद द्वारा गणाधिपति गुरुदेव आचार्य श्री तुलसी के महाप्रयाण दिवस (विसर्जन दिवस) पर 'विसर्जन से नवसृजन की ओर' विषयक कार्यशाला का आयोजन साध्वी डॉ. गवेषणाजी ठाणा-4 के सान्निध्य में तेरापंथ भवन, हिमायत नगर में किया गया। कार्यक्रम से पूर्व दुलीचंद नाहटा के निवास स्थान से साध्वीश्री का पदार्पण एक विसर्जन रैली के रूप में तेरापंथ भवन, हिमायत नगर में हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने सहभागिता की। कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र से की गई। तत्पश्चात मंडल की बहनों द्वारा तुलसी अष्टकम् का भावपूर्ण संगान किया गया। महिला मंडल अध्यक्ष कविता आच्छा ने समस्त श्रावक समाज का स्वागत व अभिनंदन करते हुए बताया कि विसर्जन दिवस केवल श्रद्धांजलि का अवसर नहीं, बल्कि आचार्य श्री तुलसी की विचारधारा को अपने भीतर उतारने का एक संकल्प है। साध्वी डॉ. गवेषणाश्री जी ने कहा—आचार्य श्री तुलसी की जीवन-गाथा भारतीय चेतना का एक अभिनव उन्मेष है, आश्चर्यों की वर्णमाला से आलोकित एक महालेख है। आपने समाज को अनेक नवीन विचार और आयाम प्रदान किए। धार्मिक जगत के इतिहास में आपने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया—जिसमें एक है: अपने पद का विसर्जन। विसर्जन धन का, समय का, ज्ञान का, वस्तु का हो सकता है, किंतु सारी सक्षमताओं के होते हुए पद का विसर्जन करना अत्यंत विशिष्ट और विलक्षण कार्य है।
साध्वी मयंकप्रभा जी ने कहा—विश्व इतिहास में यह व्यक्तित्व दुर्लभ है, जैसा आचार्य श्री तुलसी का था। उनका व्यक्तित्व और कर्तृत्व इतना विशाल है कि उसे शब्दों में बांधना और गीतों में उकेरना कठिन है। साध्वी मेरुप्रभा जी ने 'सांसों में तुलसी का नाम' गीतिका प्रस्तुत की। साध्वी दक्षप्रभा जी ने भी सुमधुर गीतिका की प्रस्तुति दी। सिकंदराबाद सभा मंत्री हेमंत संचेती, युवक परिषद अध्यक्ष अभिनंदन नाहटा एवं अणुव्रत समिति अध्यक्ष प्रकाश एच. भंडारी ने कार्यक्रम के लिए महिला मंडल को शुभकामनाएं प्रेषित कीं। संगठन मंत्री हर्षलता दूधोडिया के निर्देशन में विसर्जन दिवस पर एक लघु नाटिका की प्रस्तुति दी गई। सभी सभा-संस्थाओं ने संयुक्त रूप से गुरुदेव तुलसी के प्रति श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए गीतिका का संगान किया। श्रावक समाज द्वारा विसर्जन पत्र भरकर संकल्प लिया गया। मंत्री सुशीला मोदी ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया। कार्यक्रम की संयोजिका हर्षलता दूधोडिया व रूबी दुगड़ थीं। अंत में आभार ज्ञापन प्रचार-प्रसार मंत्री मीनाक्षी सुराणा ने किया।