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आत्म ज्योति जगाने का समय है चातुर्मास
युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या ‘शासनश्री’ साध्वी सत्यवती जी आदि ठाणा-4 का मंगल चातुर्मासिक मंगल प्रवेश हुआ। इस अवसर पर ‘शासनश्री’ साध्वी सत्यवती जी ने कहा कि हम रिटेल व्यापारी हैं, जिसके थोक व्यापारी युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी हैं, जिनकी प्रेरणा हमें केवल चौमासा ही नहीं, अपितु सदा के लिए अध्यात्म से जुड़े रहने व पंचनिष्ठा में अव्वल रहने हेतु मार्ग प्रशस्त करती है। चारों ओर प्रवेश का यह मौसम जनमेदिनी के मन को झकझोर रहा है और पंक्तिबद्ध यह प्रवेश युगनायक, गणनायक के प्रति समर्पित संघ की सुषमा को वृद्धिगंत कर रहा है। जिस प्रकार हर मौसम, हर ऋतु अपने-अपने रंग बिखेरती है, नए पत्र-पुष्पों के द्वारा सबमें अपनी खुशियां भरती है, नव उजास भरती है, ठीक उसी प्रकार आस्था व भक्ति का यह चातुर्मास का मौसम सबको अध्यात्म की ओर बढ़ने की प्रेरणा देता है।
आत्मज्योति जगाने के इस समय की महत्ता समझाते हुए साध्वी शशिप्रज्ञा जी ने कहा कि चातुर्मास हेतु साधु-साध्वियों का आगमन होता है, जो जन-जन में संयम की ज्योति जगाने का प्रयास करते हैं। वहीं साध्वी पुण्यदर्शना जी ने कहा कि यह अवसर तिन्नाणं तारयाणं का समय है, जो चारों तीर्थों में नव उजियारा बनकर मार्ग को अग्रसर करता है। प्रवेश के इस अवसर पर अपने भावों को व्यक्त करने के लिए सभा अध्यक्ष सुरेश जीरावला, उपाध्यक्ष दिनेश कोठारी, शहर सभा अध्यक्ष मूलचंद तातेड़, तेयुप अध्यक्ष मनसुख संचेती व महिला मंडल मंत्री चेतना घोड़ावत उपस्थित रहे। इस अवसर पर जनकल्याण हेतु 17 सितंबर को आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर के बैनर अनावरण के अवसर पर पूर्व महापौर, नगर निगम जोधपुर व अखिल भारतीय लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने बैनर का विमोचन कर रक्तदान की उपयोगिता को दर्शाने का प्रयास किया। कार्यक्रम का प्रारंभ महिला मंडल के मंगलाचरण से हुआ एवं कुशल संचालन सभा मंत्री महावीर चौपड़ा ने किया।