प्रेक्षाध्यान स्वस्थ जीवन की अमूल्य औषध है
सिकंदराबाद
साध्वी काव्यलता जी ने तेरापंथ सभा द्वारा आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया में जीने वाले हर व्यकित की भावना रहती हैस्वस्थ व मस्त, प्रसन्न रहूँ। इसके लिए योगी पुरुष आचार्य महाप्रज्ञ जी ने प्रेक्षाध्यान के माध्यम से कुछ मंत्र, यौगिक क्रियाएँ, आसन, प्राणायाम जनता के सामने दिए। साध्वी सुरभिप्रभा जी ने ध्वनि के विविध प्रकार बताते हुए ओम, अर्हम, महाप्राण ध्वनि करवाई। साध्वी ज्योतियशा जी ने आकाश दर्शन समवृत्ति श्वास प्रेक्षा, कायोत्सर्ग आदि अनेक प्रयोग करवाए। कार्यशाला में तेयुप सहमंत्री नीरज सुराणा, टीपीएफ सदस्य शिखा सुराणा, महिला मंडल मंत्री स्नेहा बांठिया, तेयुप सदस्य राहुल सुराणा आदि अनेक सदस्यों ने विशेष प्रयोग कर प्रसन्नता व्यक्त की।