पुण्योदय से होता साधु-साध्वियों का आगमन

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के. जी. एफ.।

पुण्योदय से होता साधु-साध्वियों का आगमन

साध्वी पावनप्रभा जी ठाणा-4 का के.जी.एफ. में भव्य चातुर्मासिक प्रवेश हुआ। कार्यक्रम मोयडू महल में आयोजित किया गया, जिसकी शुरुआत साध्वीश्री द्वारा 'ॐ ह्रीं अर्हं नमः' मंत्रोच्चार से हुई। महिला मंडल की अध्यक्ष सरिता बांठिया ने मंगल स्तुति प्रस्तुत की, वहीं बहनों ने नवकार महामंत्र पर सुंदर गीत की प्रस्तुति दी। सभा अध्यक्ष सुदर्शन बांठिया, दक्षिण कर्नाटक आंचलिक संयोजक प्रकाश लोढ़ा, ज्ञानशाला संयोजक कमलेश हिंगड़, महासभा सदस्य मूलचंद नाहर, संजय बांठिया, इंद्रचंद धोका, देवीलाल चोपड़ा, तथा हनुमंत नगर, होसकोटे व अन्य क्षेत्रों के पदाधिकारियों ने अपने विचार रखे। साध्वी आत्मयशा जी, साध्वी उन्नतयशा जी व साध्वी रम्यप्रभा जी ने चातुर्मास के अंतर्गत पावन प्रभा सुपर मार्केट की संकल्पना प्रस्तुत की, जिसमें माला सेंटर, सामायिक शोरूम, स्वाध्याय व ध्यान केंद्र जैसे कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। ज्ञानशाला के बच्चों और महिला मंडल की बहनों द्वारा गीत व मुक्तकों की प्रस्तुतियाँ भी रहीं। संचालन प्रिया बांठिया और आभार मंत्री सुशील बांठिया ने व्यक्त किया। दूसरे चरण में एक भव्य रैली के साथ तेरापंथ सभा भवन में साध्वी वृंद का स्वागत हुआ। अपने उद्बोधन में साध्वी पावनप्रभा जी ने पांच पदों की व्याख्या कर बताया कि साधु-साध्वियों का आगमन पुण्योदय से होता है, जो आत्मा के दोषों को मिटाने हेतु प्रेरित करता है। उन्होंने श्रावकों से चातुर्मास का पूर्ण लाभ लेने का आह्वान किया। समापन सामूहिक गीत व मंगल पाठ से हुआ। कार्यक्रम में मालूर, गुडियातम , हिरीयूर, हौसपेट, वैलूर, कोलार, बंगारपेट आदि क्षेत्रों के श्रद्धालु उपस्थित रहे।