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मंगल प्रवेश पर स्वागत समारोह कार्यक्रम का आयोजन
युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी गवेषणाश्रीजी आदि ठाणा-4 ने तीर्थ शान्ति अपार्टमेंट में नोरतनमल शान्तिलाल आनन्द नौलखा के निवास स्थान से रैली के रूप में विहार कर तेरापंथ भवन, डी वी कॉलोनी, सिकंदराबाद में सन् 2025 के चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश किया। इस अवसर पर जैन तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी के चेयरमैन महेन्द्र भंडारी, मैनेजिंग ट्रस्टी मनोज दुगड़, श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा अध्यक्ष सुशील संचेती एवं सभी संस्थाओं के अध्यक्ष, मंत्री, पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविका समाज की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलाचरण के रूप में सभा के सदस्यों द्वारा हुआ। तत्पश्चात महिला मंडल की अध्यक्ष कविता आच्छा, महिला मंडल की नव मनोनीत अध्यक्ष नमिता सिंघी, महिला मंडल की मंत्री सुशीला मोदी, तेलंगाना सरकार माइनॉरिटी कमीशन के सदस्य हिमांशु बापना, तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष अभिनन्दन नाहटा, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के मंत्री निखिल कोटेचा, अणुव्रत समिति के नव नियुक्त अध्यक्ष राजेन्द्र बोथरा, जैन तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी के चेयरमैन महेन्द्र भंडारी, श्री जैन सेवा संघ के उपाध्यक्ष विनोद संचेती, तेरापंथी सभा अध्यक्ष सुशील संचेती ने साध्वीश्री के मंगल प्रवेश के अवसर पर अपनी मंगल भावनाएं प्रेषित कीं।
संपत नौलखा, लक्ष्मीपत डूंगरवाल, चांद बैद, राजकुमार सुराणा, सुरेश रांका (चेन्नई), कविता बांठिया ने भी साध्वीश्री जी के प्रति आगामी चातुर्मास के लिए मंगलकामनाएं प्रेषित कीं। महिला मंडल एवं ज्ञानशाला की बहनों द्वारा इस अवसर पर स्वागत के रूप में गीतिकाओं की सुंदर प्रस्तुति हुई। मुमुक्षु वीनू संकलेचा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। साध्वी मेरुप्रभाजी एवं साध्वी दक्षप्रभाजी ने मधुर स्वरों में गीतिका से अपने भाव व्यक्त किए। साध्वी मयंकप्रभा जी ने सारगर्भित वक्तव्य दिया एवं आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी। साध्वी डॉ. गवेषणाश्री जी ने उद्बोधन प्रदान करते हुए चातुर्मास के दौरान ज्यादा से ज्यादा जप, तप एवं जिनवाणी श्रवण का लाभ उठाने का आह्वान किया एवं चातुर्मास में होने वाले करणीय कार्यों की जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के संयोजक निर्मल बेंगानी एवं साथी सदस्यों का इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष सहयोग एवं श्रम रहा। इसी क्रम में खुशाल भंसाली, राजेन्द्र बोथरा का सहयोग भी सराहनीय रहा। कार्यक्रम का कुशल संचालन राकेश सुराणा एवं लक्ष्मीपत बैद ने किया। अंत में आभार ज्ञापन मंत्री हेमंत संचेती ने किया।