
संस्थाएं
स्वयं से मिलने का समय है चातुर्मास
तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशम अधिशास्ता आचार्यश्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी कुंदनप्रभा जी ठाणा-5 का पावस प्रवास हेतु मंगल आगमन गुलाबनगर से विहार कर नरपतनगर स्थित सुरेश जीरावला के निवास स्थान से भव्य शोभायात्रा के साथ तेरापंथ भवन, अमरनगर में हुआ। महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर सभाध्यक्ष सुरेश जीरावला, युवक परिषद अध्यक्ष मनसुख संचेती, महिला मंडल मंत्री चेतना घोड़ावत, जगदीश धारीवाल एवं अनिल संचेती ने गीतिका एवं भाषण के माध्यम से अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। विनय तातेड़ ने साध्वी सत्यवती जी द्वारा प्रेषित शुभकामना सन्देश का वाचन किया। जोधपुर शहर के अध्यक्ष मूलचंद तातेड़ ने गत वर्ष के चातुर्मास का स्मरण करते हुए इस वर्ष की सफलता के लिए शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
साध्वी कुंदनप्रभा जी ने अपने वक्तव्य में कहा—'सारा वर्ष हम दूसरों से मिलने जाते हैं, किंतु चातुर्मास का पर्व स्वयं से मिलने और परमात्मा से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। साध्वीवृंद द्वारा 'महाश्रमण मॉल' के माध्यम से यह बताया गया कि चातुर्मास में श्रावकों को किन-किन आध्यात्मिक गतिविधियों में संलग्न रहना चाहिए। कार्यक्रम का सफल संचालन एवं संयोजन सभा मंत्री महावीर चोपड़ा द्वारा किया गया।