भिक्षु चेतना वर्ष में क्या-क्या पाना है ?

रचनाएं

मोहनलाल भंसाली 'कलाकार', गंगाशहर

भिक्षु चेतना वर्ष में क्या-क्या पाना है ?

हमें भिक्षु चेतना वर्ष में जिनवाणी का रसपान करना है।
हमें शोभजी श्रावक जैसा अद्वितीय श्रावक बनना है।।
हमें दीपा नन्दन का स्मरण करना है,
शम, सम और श्रम के मंत्र का अनुसरण करना है।
हमें भिक्षु जीवन चरित्र का स्वाध्याय करना है,
सम्यक ज्ञान, दर्शन, चारित्र में निष्ठावान बनना है।।
हमें भिक्षु चेतना...
हमें तार्किक और दार्शनिक प्रचेता को पढ़ना है,
श्रद्धानत बनकर साधना के शिखर पर चढ़ते जाना है।
हमें लौकिक और लौकोतर धर्म के मर्म को समझना है,
शास्त्रों के आलोक में शाश्वत धर्म को आत्मसात करना है।।
हमें भिक्षु चेतना...
हमें मर्यादा के सूत्रधार को समझना है,
संयमित जीवन-शैली और अनुशासन को अपनाना है।
हमें आर्य भिक्षु के सिद्धांतों को जानना है,
नैया खेवनहार मंत्रदाता के आदर्श पथ पर चलना है।।
हमें भिक्षु चेतना...
हमें सिंहवृत्ति के आध्यात्मिक गुरु को जानना है,
गणनायक का आह्वान, चहुं ओर भिक्षुमय माहौल बनाना है।
हमें ज्ञानी वैभव, तत्त्ववेत्ता को समझना है,
तेरापंथ ! मेरापंथ बनें, युग चिंतन को साकार करना है।।
हमें भिक्षु चेतना...