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11 प्रतिमा की तपस्या नहीं है कोई साधारण बात
शासन गौरव बहुश्रुत परिषद की सदस्य साध्वी कनकश्री जी के सान्निध्य में अणुविभा केंद्र के महाप्रज्ञ सभागार में 11 प्रतिमाधारी विशिष्ट श्रावक डालचंद कोठारी का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष शांतिलाल गोलछा, युवक परिषद अध्यक्ष रवि छाजेड़ सहित वरिष्ठ श्रावक-श्राविकाओं की गरिमामयी उपस्थिति रही। तेरापंथ महिला मंडल, शहर की अध्यक्ष कौशल्या जैन ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि 11 प्रतिमा धारी श्रावक डालचंद कोठारी साध्वीश्री के सान्निध्य में अणुविभा पधारे हैं और हमें सहज ही उनका अभिनंदन करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। डालचंद कोठारी की सुपुत्री ने अपने वक्तव्य में उनके संयममय जीवन और साधना पथ के बारे में जानकारी दी। स्वयं डालचंद कोठारी ने भी अपनी तप-साधना की यात्रा साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार दृढ़ मनोबल और गुरु कृपा के सहारे उन्होंने बीते 5-6 वर्षों में आने वाली अच्छी-बुरी सभी परिस्थितियों का सामना करते हुए इस साधना को पूर्ण किया।
सभा अध्यक्ष शांतिलाल गोलछा, युवक परिषद अध्यक्ष संजय छाजेड़ एवं वरिष्ठ श्रावक राजकुमार बरडिया ने भी अपने भावपूर्ण विचार प्रकट किए। साध्वी कनकश्री जी ने अपने संबोधन में कहा कि 11 प्रतिमा की तपस्या कोई साधारण बात नहीं है — यह एक विशिष्ट साधक ही कर सकता है। आज तक दो या तीन ही ऐसे श्रावक हुए हैं जिन्होंने इस स्तर की साधना की है। उन्होंने यह भी बताया कि डालचंद कोठारी ने संयम मार्ग को अपनाते हुए दीक्षा लेने की भावना प्रकट की है। हम सभी मनोकामना करते हैं कि आचार्यश्री उन्हें यथाशीघ्र अनुमति प्रदान करें, जिससे वे अपने इस दिव्य संकल्प को पूर्ण कर सकें। अंत में तेरापंथ महिला मंडल, शहर शाखा सी-स्कीम, तेरापंथ सभा एवं युवक परिषद द्वारा कोठारी का साहित्य भेंट कर सम्मानपूर्वक अभिनंदन किया गया।