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जागतिक समाधान में अचूक रामबाण है अणुव्रत
अणुव्रत समिति चेन्नई की नवगठित टीम का शपथ ग्रहण समारोह साध्वी उदितयशाजी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन, साहूकारपेट में समायोजित हुआ। अणुव्रत समिति की महिला सदस्याओं द्वारा अणुव्रत गीत मंगलाचरण से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। निवर्तमान अध्यक्ष ललित आंचलिया ने नवमनोनीत अध्यक्ष एवं टीम को शुभकामनाओं के साथ शपथ दिलाई। डॉ. कमलेश नाहर ने अणुव्रत आचार संहिता का वाचन किया, जिसे सभागार में उपस्थित जनमेदनी ने दोहराया। प्रेरणा प्रदान करते हुए साध्वी उदितयशाजी ने कहा कि संभव हो तो व्यक्ति महाव्रती बने। पर सभी अणुव्रती तो जरूर बने। गणाधिपति पूज्य गुरुदेव तुलसी ने जन-जन के मानस में नैतिक चेतना के जागरण के लिए अणुव्रत आंदोलन का सूत्रपात किया। साधु-संतों ने पांव-पांव पदयात्रा कर जनमानस को आंदोलित किया।
अणुव्रत हर जागतिक समस्या समाधान में अचूक रामबाण है। आज नवगठित अणुव्रत टीम ने शपथ ग्रहण की है, उसके प्रति आध्यात्मिक शुभकामना। चेन्नई की सभी संस्थाएँ भी मिलकर कर अणुव्रत के कार्य को आगे बढ़ाए। साध्वी संगीतप्रभाजी ने कहा कि अणुव्रत संयम और त्याग के मार्ग पर गतिशील होने की आचार संहिता है। नवमनोनीत अध्यक्षा सुभद्रा लुणावत ने स्वागत स्वर प्रस्तुत करते हुए करणीय कार्य की योजना प्रस्तुत करते हुए अपनी टीम में उपाध्यक्ष वरिष्ठ- दिलीप धींग, उपाध्यक्ष कनिष्ठ- स्वरूप चन्द दाँती, मंत्री- कुशल बाँठिया, सहमंत्री- कमल सामसुखा, सहमंत्री- प्रदीप चोरड़िया, कोषाध्यक्ष- ममता बुच्छा , प्रचार प्रसार मंत्री- शांति दुधोड़िया को शामिल किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन अरिहंत बोथरा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन मंत्री कुशल बाँठिया ने दिया। इस अवसर पर सभी संघीय, स्थानीय संस्थाओं के पदाधिकारीगणों ने उपस्थित रह शुभकामना सम्प्रेषित की। प्रवचन पश्चात अणुव्रत समिति टीम ने किलपाॅक में विराजित मुनि मोहजीतकुमार ठाणा 3 और पल्लावरम में विराजित मुनि दीपकुमार ठाणा 2 के दर्शन कर पाथेय प्राप्त किया।