“रक्षाबंधन – बने आत्मसुरक्षा का कवच”

संस्थाएं

पाली|

“रक्षाबंधन – बने आत्मसुरक्षा का कवच”

रक्षाबंधन के पावन पर्व पर तेरापंथ महिला मंडल के मार्गदर्शन और कन्या मंडल प्रभारी मीना मांडोत के निर्देशन में तेरापंथ कन्या मंडल, पाली द्वारा आयोजित विशेष आयोजन “रक्षाबंधन – बने आत्मसुरक्षा का कवच” अत्यंत भावप्रवण एवं प्रेरणादायक रहा। इस आयोजन ने बहनों को आत्मरक्षा, आत्मसम्मान और मानसिक सुरक्षा के नवीन आयामों से जोड़ते हुए आत्मसशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाया। किट वितरण के साथ कन्याओं का भवन के प्रवेश द्वार पर स्वागत हुआ। कार्यक्रम की शुभ शुरुआत नमस्कार महामंत्र एवं मंगलाचरण से हुई, जिसमें फाल्गुनी, योगिता, अन्तिमा, आरती और प्राची ने अपनी सहभागिता दी। साध्वी काव्यलता जी ने अपने उद्बोधन में कहा- “भाव, भाषा और भूषण – ये तीनों कन्याओं के जीवन के सच्चे श्रृंगार हैं।” उन्होंने कन्याओं को अपने भावों की पवित्रता, भाषा की मधुरता और भूषण (वस्त्र) की मर्यादा को अपनाने का संदेश देते हुए कहा कि यदि कन्याएँ परिवार की रौनक बनना चाहती हैं, तो उन्हें आंतरिक शुद्धता और संतुलित जीवनशैली की साधना करनी होगी।
उन्होंने सभी कन्याओं को इस चातुर्मास में प्रतिक्रमण कंठस्थ कर आत्मबोध का कवच धारण करने का संकल्प लेने हेतु प्रेरित किया। बाँगड़ कॉलेज के फिजिक्स लेक्चरर एवं स्मार्ट गर्ल्स ट्रेनर राजेन्द्र जैन ने अपने विचारोत्तेजक सत्र में बालिकाओं को आत्म-सुरक्षा के आधुनिक उपायों से परिचित कराया। उन्होंने रानी कर्णावती द्वारा हुमायूं को भेजी गई राखी से लेकर निर्भया कांड तक की घटनाओं को रेखांकित करते हुए कन्याओं को सजगता, विवेक और शीघ्र निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा– “हमें झाँसी की रानी नहीं, बल्कि संकट में समझदारी से स्वयं को सुरक्षित करने वाली बेटी बनना है।”
कन्या मंडल द्वारा प्रस्तुत प्रभावशाली नाटिका टीम की अंतिमा, वीनल, दीवीशा, परिधि, प्रेक्षा, निरिक्षा, अदिती, संध्या, सान्वी ने दर्शकों को आत्मसम्मान, मानसिक स्वास्थ्य और आपसी सहयोग के संदेश से गहराई से जोड़ा। विभिन्न दृश्यों में सेल्फ डिफेंस, सीमाएं तय करना, नशे से मुक्ति, अवसाद से उबरना और भावनात्मक सुरक्षा का संकल्प जैसी बातों को दर्शाते हुए यह बताया गया कि “सच्चा रक्षाबंधन वह है जहाँ हम एक-दूसरे की भावनात्मक व मानसिक रक्षा के लिए खड़े हों।” इस भव्य आयोजन में लगभग 55 कन्याओं ने भाग लेकर रक्षाबंधन को संवेदनशीलता, आत्मबल और वैचारिक गहराई के साथ मनाया। कार्यक्रम का संचालन संयोजिका फाल्गुनी बेगानी द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सूरजमल सोना देवी बेगानी परिवार का आर्थिक सहयोग प्राप्त हुआ। आयोजन की सफलता में महिला मंडल अध्यक्ष किरण पटावरी, मंत्री मधु बांठिया, हेमा सेमलानी सहित अनेक बहनों का सक्रिय योगदान रहा। तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष पीयूष चौपड़ा, राहुल गोलछा और नवीन चौरडिया ने अन्य व्यवस्थाओं में सहयोग किया।