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जैन ज्योतिष व नवग्रह अनुष्ठान सम्पन्न
तेरापंथ महिला मंडल हैदराबाद, तेरापंथ युवक परिषद् हैदराबाद एवं महावीर इंटरनेशनल हैदराबाद के संयुक्त तत्वावधान में साध्वी डॉ. गवेषणाश्री जी के सान्निध्य में जैन ज्योतिष व नवग्रह अनुष्ठान का भव्य आयोजन तेरापंथ भवन, डी.वी. कॉलोनी, सिकंदराबाद में सम्पन्न हुआ। साध्वी डॉ. गवेषणाश्री जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि जैन धर्म आत्मवाद, कर्मवाद एवं पुरुषार्थवाद पर आधारित है। हमारे आठ कर्मों का नवग्रहों के साथ गहरा संबंध है। कौन सा कर्म कब और कैसे फल देता है, यह ज्योतिष शास्त्र से जाना जा सकता है। पुरुषार्थ और आचरण के द्वारा हम अशुभ कर्मों को शुभ में बदल सकते हैं तथा ग्रहों की दिशा को भी अनुकूल बना सकते हैं।
साध्वीश्री ने आगे कहा कि तीर्थंकरों एवं नमस्कार महामंत्र पर आधारित मंत्रोच्चार से किए गए अनुष्ठान अत्यंत फलदायी सिद्ध होते हैं। जैन धर्म में चार प्रकार के देवताओं की मान्यता है, जिनमें से एक ज्योतिष देवता हैं। इनके भी पाँच प्रकार बताए गए हैं – सूर्य, चंद्र, ग्रह, नक्षत्र और तारा। इनकी दशा व दिशा को अनुकूल बनाने हेतु जैनाचार्यों और ज्योतिषाचार्यों ने अनेक प्रयोग बताए हैं, जो जीवन में शांति व अनुकूल परिस्थितियाँ प्रदान करते हैं। अनुष्ठान प्रांगण को विशेष रूप से ब्रह्मांड रूपी सजावट से सुसज्जित किया गया था। पुरुष श्रद्धालु सफेद वस्त्रों में और महिलाएँ लाल चुनरी की साड़ियों में अनुष्ठान में उपस्थित हुईं। कार्यक्रम का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र से हुआ। मंगलाचरण का वाचन महिला मंडल, तेयुप और महावीर इंटरनेशनल के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। नमस्कार महामंत्र एवं तीर्थंकरों का जप रंगों और बीज मंत्रों के साथ विशेष रूप से किया गया।
इस अवसर पर तीनों संस्थाओं के पदाधिकारी, सदस्यगण तथा सैकड़ों की संख्या में श्रावक-श्राविकाएँ उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन महिला मंडल हैदराबाद की अध्यक्षा नमिता सिंघी ने किया। कार्यक्रम के संयोजक अशोक सेठिया, विशाल भंडारी, अंजू चोरड़िया, सरिता डागा, अर्चना नाहटा सहित तीनों संस्थाओं के पदाधिकारियों ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।