
संस्थाएं
उत्साह से पुरुषार्थ करते हुए संगठन को ले जाए ऊंचाईयों पर
तेरापंथ महिला मंडल ने जिस उत्साह से नए पदाधिकारियों का मनोनयन किया है, उसी उत्साह और पुरुषार्थ से संगठन को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का प्रयास करना चाहिए। मातृशक्ति ममता के साथ कार्य करें, हिम्मत और साहस बनाए रखें तथा आँखों में लज्जा बनी रहे—इन तीन विशेषताओं से परिपूर्ण होकर लक्षित मंजिल को प्राप्त किया जा सकता है। उक्त विचार साध्वी पंकजश्रीजी ने तेरापंथ महिला मंडल के शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर तेरापंथ भवन में व्यक्त किए।
साध्वीश्री ने आगे कहा कि परम पूज्य आचार्यश्री महाश्रमणजी और चरित्रात्माओं की दृष्टि की आराधना करते हुए अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार कार्य करने का प्रयास करें। अध्यात्म पथ पर निरंतर आगे बढ़ते रहें और अपनी संकल्प शक्ति का विकास कर महिला मंडल को ऊँचाई पर पहुँचाएँ। साध्वीश्री ने यह भी कहा कि साधु–साध्वियों का चातुर्मास समाज में धर्मजागृति और धार्मिक विकास के लिए होता है, अतः बहनों को संगठन से जोड़ने का कार्य निरंतर करना सबका दायित्व है।
इस अवसर पर संयोजकीय वक्तव्य देते हुए साध्वी शारदाप्रभाजी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी का सम्मानजनक स्थान रहा है और भारतीय महिलाओं का इतिहास गौरवपूर्ण रहा है। देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी अपने पुरुषार्थ के बल पर सत्ता के शिखर तक पहुँचे हैं, जिसमें उनकी माता से प्राप्त संस्कारों का भी योगदान रहा है।