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आओ हम भरे उड़ान, नवयुवती कार्यशाला का आयोजन
साध्वी सिद्धप्रभाजी के सान्निध्य में "आओ हम उड़ान भरें" कार्यशाला आयोजित हुई, जिसमें 10 वर्ष की विवाहिता नवयुवतियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। नमस्कार महामंत्रोच्चार से कार्यक्रम की शुरुआत के पश्चात युवतियों द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत किया गया। साध्वी सिद्धप्रभाजी ने आचार्य श्री महाश्रमणजी द्वारा प्रदत्त त्रिपदी "कहना सीखो, सहना सीखो, रहना सीखो" के माध्यम से नवयुवतियों को पारिवारिक सामंजस्य की प्रेरणा दी। युवतियों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने आत्मनिर्णय कर हर मंजिल को संभव बनाने का संदेश दिया। साध्वी आस्थाप्रभाजी ने स्वस्थ गृहस्थ जीवन के सूत्र बताए। साध्वी दीक्षाप्रभाजी ने "Accept, Adjust, Appreciate" के माध्यम से Happy & Harmonious जीवन जीने की प्रेरणा दी।
अंत में युवतियों के लिए "अगर मगर" प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें सभी ने जोश और उत्साहपूर्वक अपने विचार प्रस्तुत किए। नवयुवतियों ने कार्यशाला के आयोजन हेतु साध्वीवृंद के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की और भविष्य में भी इस प्रकार की आयोजनों का निवेदन किया। स्वागत प्रियांशी चावत ने किया तथा आभार एवं संचालन मंत्री खुशी गुगलिया द्वारा किया गया। अंत में युवतियों ने साध्वी मलययशाजी की 13 की तपस्या की अनुमोदना की।