व्यक्तित्व विकास कार्यशाला ''रिश्तों की डोर'' का अयोजन

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अमरनगर, जोधपुर।

व्यक्तित्व विकास कार्यशाला ''रिश्तों की डोर'' का अयोजन

अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद् सरदारपुरा द्वारा व्यक्तित्व विकास कार्यशाला “रिश्तों की डोर” का आयोजन तेरापंथ भवन, अमर नगर में साध्वी कुन्दनप्रभा जी के सान्निध्य एवं अभातेयुप सहमंत्री लक्की कोठारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें लगभग 300 संभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। साध्वीश्री के मंगलाचरण एवं नवकार मंत्र से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। तत्पश्चात तेयुप अध्यक्ष मनसुख संचेती ने सभी आगंतुकों का स्वागत-अभिनंदन किया। दिनेश बुरड़ ने अपने प्रभावशाली प्रस्तुतीकरण से कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए। उन्होंने कहानी के माध्यम से संदेश दिया कि रिश्तों में प्रेम और सद्भाव बनाए रखना ही सुखी जीवन का मूल है।
साध्वी विद्युतप्रभा जी ने अपने संबोधन में कहा कि वाणी और अहंकार से परिवार टूट सकते हैं, यहां तक कि तलाक जैसी स्थिति तक पहुँच सकते हैं। इसलिए घर-परिवार में विश्वास और समझदारी बनाए रखना अति आवश्यक है। दिनेश बुरड़ ने सास-बहू, पिता-पुत्र एवं पति-पत्नी के रिश्तों की डोर को मजबूत करने हेतु प्रेरणादायी विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि पति-पत्नी का रिश्ता बहुत ही नाजुक होते हुए भी मजबूत आधार होता है, जिसे आपसी सहयोग, सम्मान और प्रेम से शांति पूर्वक निभाया जा सकता है। अभातेयुप सहमंत्री लक्की कोठारी ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम सभी के हृदय से जुड़ा रहा, क्योंकि इसमें वही समस्याएं उठाई गईं जो प्रत्येक परिवार व व्यक्ति के निजी जीवन से संबंधित होती हैं, और सबको इनके समाधान की आवश्यकता होती है। मंच का कुशल संचालन विकास चोपड़ा ने किया तथा आभार ज्ञापन मंत्री देवीचंद तातेड़ ने प्रस्तुत किया। अंत में लॉटरी के माध्यम से एक “लक्की परिवार” को विशेष उपहार प्रदान कर कार्यक्रम का समापन हुआ।