लोगस्स कल्प अनुष्ठान का हुआ आयोजन

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जयपुर।

लोगस्स कल्प अनुष्ठान का हुआ आयोजन

साध्वी कनकश्री जी के सान्निध्य में अणुविभा केन्द्र, महाप्रज्ञ सभागार में लोगस्स कल्प अनुष्ठान हुआ। साध्वीश्री ने कहा कि लोगस्स को कलयुग का कल्पवृक्ष कहा जाता है। यह स्तुति ग्रंथ शक्तिशाली मंत्रों का संग्रह है। इसकी आराधना से आरोग्य, अंतर्दृष्टि और समस्याओं का समाधान मिलता है। चन्द्रमा, सूर्य और सागर के प्रतीक प्रभु का ध्यान करने से निर्मलता, तेजस्विता और गंभीरता का विकास होता है। साध्वी वृंद ने बीजाक्षर युक्त स्तुति पद्यों के एक-एक मंडल का संगान किया। अनुष्ठान में 55 युगल सहित ढाई सौ आराधकों ने भाग लिया। कार्यक्रम की सफलता में साध्वी मधुलता जी के निर्देशन में मंत्री पायल जैन, चंचल दूगड़ और एकता बरड़िया की भूमिका रही। अध्यक्ष रवि छाजेड़ ने आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी।