
संस्थाएं
संयम पथ के साधक का अभिनंदन समारोह
साध्वी पावनप्रभा जी के सान्निध्य में संयम पथ के साधक प्रीत कोठारी का अभिनंदन समारोह केजीएफ के सभा भवन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ तेममं की बहनों द्वारा मंगलाचरण से हुआ। दीक्षार्थी भाई का परिचय ऐश्वर्या बांठिया ने दिया। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सुदर्शन बांठिया ने सबका स्वागत करते हुए दीक्षार्थी भाई को भावी संयम जीवन के लिए मंगलकामना प्रेषित की। सभा के मंत्री सुशील बांठिया ने भी मंगलकामना व्यक्त की। तेममं एवं युवक परिषद ने संयुक्त रूप से एक रोचक प्रस्तुति दी। तत्पश्चात तेममं की बहनों ने सुमधुर गीतों का संगान किया। दीक्षार्थी भाई ने अपने वक्तव्य में बताया कि अनंत भवों को पार कर इस भव में पुरुषार्थ के द्वारा आत्मा का कल्याण करने का अवसर मिला है। हम बहुत सौभाग्यशाली हैं कि इस भवसागर को पार कराने और तारने के लिए ऐसे महान तेरापंथ धर्मसंघ और गुरुदेव महाश्रमण जी जैसे आचार्य मिले हैं। साध्वी वृंद ने गीत का संगान किया।
साध्वी पावनप्रभा जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज के इस भौतिक युग में, जहाँ पदार्थों की भीड़ आकर्षित करती है, वहाँ आध्यात्मिक पथ पर चलना साहस का कार्य है। इस युवा अवस्था में अपनी इन्द्रियों और मन को वश में करना बहुत कठिन है। सिंह वृत्ति से संयम लेना और सिंह वृत्ति से साधु जीवन को सार्थक बनाना है। तेरापंथ धर्मसंघ ऐसा धर्मसंघ है जहाँ संयम का पालन जीवन के अंतिम समय तक चित्त समाधि, सेवा और पूरा सहयोग प्राप्त कर संभव होता है। हम त्याग, तप, संयम और दृढ़ संकल्प से आत्मा पर लगे कर्ममल को साफ कर सकते हैं। स्वयं के कल्याण के लिए पाँच महाव्रत को ग्रहण कर स्वतंत्र आत्मा का दीप जलाएं। कार्यक्रम का कुशल संचालन कमलेश हिंगड़ ने किया।