भावी पीढ़ी पर आधारित होता है युग का भविष्य

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यशवंतपुर

भावी पीढ़ी पर आधारित होता है युग का भविष्य

साध्वी सोमयशाजी के सान्निध्य में ज्ञानशाला दिवस का आयोजन तेरापंथ सभा यशवंतपुर के तत्वाधान में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्री ने नमस्कार महामंत्र से प्रारंभ किया गया। यशवंतपुर, दासरहल्ली ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओं द्वारा ज्ञानशाला गीत का संगान किया गया। सभा अध्यक्ष सुरेश बरड़िया ने स्वागत वक्तव्य दिया। दासरहल्ली ज्ञानशाला के ज्ञानार्थी बच्चों द्वारा गीत प्रस्तुति की गई। यशवंतपुर ज्ञानशाला के ज्ञानार्थी द्वारा भिक्षु दृष्टांत का नाट्य रूपांतरण प्रस्तुत किया गया। साध्वी सोमयशाजी ने कहा कि युग का भविष्य भावी पीढ़ी पर आधारित होता है, जिस युग की नई पीढ़ी जितनी संस्कारी होगी, उतना ही वह विकास की ओर अग्रसर होगा। बच्चों का जीवन सफेद कागज के समान है, उस पर चाहे जैसा चित्र उकेरा जा सकता है। ज्ञानशाला के माध्यम से बचपन में जो संस्कार डाले जाते हैं, उनका भविष्य में साकार प्रतिबिंब मिलता है। कार्यक्रम की गरिमा को ध्यान में रखते हुए बच्चों को छोटे-छोटे अनेक संकल्प करवाए गए, जिनमें मुख्य रूप से भोजन करते समय मोबाइल और टीवी न देखने का संकल्प शामिल था।
साध्वी सरलयशाजी ने कहा कि ज्ञानशाला संस्कारों का निर्माण कराती है, कंकर से शंकर बनाती है। ज्ञानशाला शब्द का महत्व उजागर करते हुए उन्होंने बताया कि ज्ञा का मतलब ज्ञानी, न का अर्थ है नम्र बनो, शा का अर्थ है शालीनता और ला का अर्थ है लाजवाब बनो। राजस्थान पत्रिका के संपादकीय प्रभारी कुमार जीवेन्द्र झा ने कहा कि बचपन में जो ज्ञान बच्चों को मिलता है, वह उनकी जीवनभर की पूंजी बन जाता है। महासभा प्रभारी प्रकाश लोढ़ा ने कहा कि सभा का प्रथम दायित्व है कि वह प्रत्येक परिवार तक पहुंचकर बच्चों को संस्कारों से सिंचित करने वाली ज्ञानशाला की ओर आकर्षित करे और बच्चों को समुचित व्यवस्था प्रदान करे। दक्षिण कर्नाटक आँचलिक प्रभारी मानक संचेती ने पूर्व प्रशिक्षकों के योगदान को स्मरण किया और प्रशिक्षिका बहनों के कार्यों की अनुमोदना की। सभा प्रभारी नवनीत मुथा ने अपने अनुभवों के साथ विचार व्यक्त किए। राजाजीनगर सभा अध्यक्ष अशोक चौधरी ने ज्ञानशाला दिवस पर शुभकामनाएं दीं। टीपीएफ से दिव्या दक ने अपने अनुभव व्यक्त किए। युवक परिषद अध्यक्ष धर्मेश डूंगरवाल व टीम, महिला मंडल मंत्री टीना पितलिया व टीम तथा ज्ञानशाला प्रशिक्षक बहनों का भरपूर सहयोग रहा। कार्यक्रम का सुचारु रूप से संचालन ज्ञानशाला संयोजिका मीना दक ने किया। आभार ज्ञापित सभा मंत्री अनिल दक द्वारा दिया गया।