मासखमण तप अभिनंदन का आयोजन

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गांधीनगर, बेंगलुरु।

मासखमण तप अभिनंदन का आयोजन

तेरापंथ भवन गांधीनगर में डॉ. मुनि पुलकित कुमारजी के सानिध्य में मासखमण तथा धर्मचक्र तप अभिनंदन समारोह तेरापंथ सभा द्वारा आयोजित किया गया। मुनिश्री ने तपस्वियों की अनुमोदना करते हुए कहा कि जैन शास्त्रों में चार प्रकार के शूरवीर बताए गए हैं – युद्ध शूर, दान शूर, क्षमा शूर और तप शूर। तपस्या करना भी शूरवीरता का कार्य है, क्योंकि तप से केवल शरीर ही नहीं, बल्कि कषाय व कर्म भी क्षीण होते हैं। उन्होंने कहा कि सरिता मुथा ने जीवन में पहली बार मासखमण जैसा कठिन तप कर अपने कुल का गौरव बढ़ाया है। चातुर्मासिक धर्मोत्सव 2025 के अंतर्गत यह चतुर्थ मासखमण है।
मुनि आदित्य कुमारजी ने गीत द्वारा तप अनुमोदना की। सभा अध्यक्ष पारसमल भंसाली ने स्वागत करते हुए तपस्विनी बहन की सराहना की। मुथा परिवार से वर्षा सांखला, क्रियांश सुराणा, वंदना सुराणा, धोका परिवार की महिलाएं एवं नवनीत मुथा ने भावाभिव्यक्ति दी। सभा द्वारा सरिता बाई मुथा का अभिनंदन किया गया। साथ ही महावीर मुथा, शर्मिला भंसाली और कांता रायसोनी के धर्मचक्र तप की अनुमोदना कर सम्मान किया गया। सभा मंत्री विनोद छाजेड़ ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया।