संस्थाएं
जीवन को बनायें स्वस्थ, संतुलित और सफल
मुनि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार जी एवं मुनि रमेश कुमार जी के सान्निध्य में स्थानीय तेरापंथ धर्मस्थल में तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम द्वारा 'A Special Session on Health & Career Guidance' का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ में मुनि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार जी ने नमस्कार महामंत्र का उच्चारण किया, तत्पश्चात् अपने उद्बोधन में कहा कि जब हमारा संकल्प अवचेतन मस्तिष्क (Unconscious Mind) तक पहुंच जाता है, तब वह निश्चित रूप से फलीभूत होता है। तपस्या केवल निर्जरा का साधन नहीं, बल्कि स्वभाव परिवर्तन की प्रक्रिया भी है। तप में अपरिमित शक्ति निहित है, जिसे दृढ़ संकल्प द्वारा अवचेतन मन तक पहुंचाना आवश्यक है।
मुनि रमेश कुमार जी ने अपने विचारों में कहा कि बंधन और मोक्ष दोनों का मूल कारण मन ही है। मन को आध्यात्मिकता और विज्ञान — दोनों दृष्टियों से समझना चाहिए। उन्होंने बताया कि मन की मुख्य अवस्थाएं Conscious Mind, Subconscious Mind, Unconscious Mind, और उससे आगे Super Conscious तथा Cosmic Mind होती हैं। प्रत्येक धार्मिक और आध्यात्मिक व्यक्ति के लिए इन अवस्थाओं की समझ आवश्यक है।
बड़ोदरा (गुजरात) से पधारी डॉ. प्रगति सुराणा ने अपने प्रेरक सत्र में Frequency, Vibration और Affirmation के माध्यम से जीवन को स्वस्थ, संतुलित और सफल बनाने के सूत्र प्रस्तुत किए। पूरे आयोजन का कुशल संचालन मुनि पद्म कुमार जी द्वारा किया गया। सत्र में बड़ी संख्या में प्रोफेशनल्स एवं युवाओं ने सहभागिता की और आत्मविकास की दिशा में नए दृष्टिकोण प्राप्त किए।