ज्ञान, दर्शन, चारित्र का विकास करें

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ज्ञान, दर्शन, चारित्र का विकास करें

गांधीनगर-बैंगलोर
साध्वी लावण्यश्री जी ने कहा कि ज्ञान पंचमी के दिन का अपना विशेष महत्त्व होता है, हर व्यक्‍ति को अपने आध्यात्मिक, मानसिक व बौद्धिक विकास हेतु प्रयत्नशील होना चाहिए। साध्वी सिद्धांतश्री जी व साध्वी दर्शितप्रभा जी ने गीतिका का संगान किया व भावनाएँ व्यक्‍त की। तेरापंथ सभा अध्यक्ष सुरेश दक, महिला मंडल अध्यक्षा स्वर्णमाला पोखरना, तेयुप अध्यक्ष विनय बैद, अणुव्रत समिति अध्यक्ष शांतिलाल पोरवाल, यशवुतपुर सभा मंत्री महावीर ओस्तवाल आदि अनेक पदाधिकारीगण एवं सदस्यों ने अपना वक्‍तव्य दिया। ललित सेठिया, शांति सकलेचा ने गीतिका द्वारा मंगलभावना व्यक्‍त की। इस अवसर पर सभा-संस्थाओं के पदाधिकारीगण एवं अन्य जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सभा मंत्री नवनीत मूथा ने किया।