आध्यात्मिक दिवाली
फारबिसगंज
सभी त्योहारों में दीपावली का त्योहार निराला माना गया है। लौकिक मान्यता है कि भगवान राम अयोध्या लौटे तब दीए जलाकर उनका स्वागत किया गया। वहीं जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का निर्वाण आज के दिन ही हुआ था, इसीलिए दीप जलाए गए। दीपावली का संदेश है कि ज्ञान का प्रकाश फैले। ये विचार तेरापंथ सभा भवन में डॉ0 साध्वी पीयूषप्रभा जी ने व्यक्त किए। साध्वीश्री जी ने भगवान महावीर के निर्वाण संबंधी प्रसंग सुनाए साथ ही महावीर स्वामी व गौतम स्वामी का जप करवाया। भगवान महावीर का जप एवं स्तुति तेममं के तत्त्वावधान में आयोजित हुआ। साध्वीश्रीजी ने दीपावली पर विशेष एवं प्रभावशाली मंत्रों का उच्चारण किया। एवं विशेष मंगलपाठ का श्रवण करवाया। सभा अध्यक्ष निर्मल मरोठी ने सभी के प्रति दीपावली की शुभकामनाएँ प्रेषित की। ज्ञानशाला के बच्चों ने पटाखे न छोड़ने का संकल्प लिया।