मासखमण तप अभिनंदन कार्यक्रम

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गांधीनगर, बैंगलोर।

मासखमण तप अभिनंदन कार्यक्रम

डॉ. मुनि पुलकित कुमारजी के सान्निध्य में प्रीति दक द्वारा 31 दिन की तपस्या का प्रत्याख्यान करने पर श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, गांधीनगर, बेंगलुरु द्वारा मासखमण तप अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुनिश्री ने तपस्या की महिमा बताते हुए कहा कि तपस्या जीवन का श्रृंगार है और इससे आत्मा की तेजस्विता बढ़ती है। उन्होंने आगे कहा कि तपस्या के लिए विशेष आत्मबल और मनोबल की आवश्यकता होती है और तपस्वियों पर गुरु कृपा का प्रसाद बरसता है। मुनिश्री ने यह भी कहा कि इस वर्ष गांधीनगर तेरापंथ भवन में तपस्या का उत्साह बहुत अच्छा देखा गया है, और पर्युषण के बाद भी मासखमण जैसी बड़ी तपस्याएँ आयोजित हो रही हैं। मेवाड़ ओसवाल साजनान समाज के अध्यक्ष ललित मांडोत ने साध्वीप्रमुखा श्री विश्रुतविभाजी का संदेश वाचन कर मंगलकामना व्यक्त की।
'नचिकेता' मुनि आदित्य कुमार जी ने तपस्या के संदर्भ में गीत प्रस्तुत किया। सभा एवं सभी संस्थाओं की ओर से प्रीति दक का अभिनंदन किया गया। मासखमण तप अनुमोदना में परिवारजन अमृता, शालू दक, भगवती बाई, मंजू बाई, रेखा और सुमन दक ने गीत एवं वक्तव्य के माध्यम से सहभागिता की। तेरापंथ सभा के मंत्री विनोद छाजेड़ ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया कि मुनि पुलकित कुमारजी की प्रेरणा से गांधीनगर तेरापंथ भवन में यह 11वां मासखमण तप अभिनंदन संपन्न हुआ।