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ऐतिहासिक रही दक्षिण मुंबई की गुरुदर्शन यात्रा
महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमणजी के मंगल सान्निध्य में भगवती संवत्सरी के खमतखामणा व गुरु दर्शन के लिए साध्वी शिवमालाजी की प्रेरणा से 120 भाई बहनों का संघ श्रीचरणों में उपस्थित हुआ। आचार्य श्री महाश्रमणजी ने महती कृपा कर सेवा का अवसर प्रदान किया। सभी भाई बहनों ने सामूहिक वंदना पाठ कर गुरुदेव से खमतखामणा किया। सभा अध्यक्ष सुरेश डागलिया ने चार्तुमास में हुए कार्यक्रमों के साथ-साथ वर्तमान में चल रही गतिविधियों की संक्षिप्त जानकारी दी। भाई बहनों द्वारा सामूहिक गीतिका की प्रस्तुति दी गयी। पूज्य प्रवर ने अवशेष चातुर्मास का पूरा लाभ लेने की प्रेरणा देते हुए धर्म ध्यान, सामायिक आदि के लिए प्रेरित किया।
साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी के सान्निध्य में महिला मंडल अध्यक्ष लतिका डागलिया ने, मुख्य मुनि श्री महावीरकुमार जी के सान्निध्य में फाउंडेशन अध्यक्ष कुंदनमल धाकड़ एवं साध्वीवर्या श्री संबुद्धयशा जी के सान्निध्य में तेरापंथ युवक परिषद के गिरीश शिसोदिया ने दक्षिण मुंबई चार्तुमास की जानकारी दी। साध्वीप्रमुखाश्री ने 25 बोल कंठस्थ करने की प्रेरणा दी, मुख्य मुनि श्री ने ज्ञानशाला में बच्चों की सहभागिता तथा साध्वीवर्या जी परिवार सहित गुरु दर्शन में बच्चों को भी साथ लाने की प्रेरणा दी। संघ में सुरेश बाफना का विशेष सहयोग रहा। संघ की व्यवस्था में नितेश धाकड़ का श्रम सार्थक रहा।संचालन सभा मंत्री दिनेश धाकड़ ने किया।