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संथारा साधिका का गुणानुवाद
जयपुर। अणुविभा केंद्र स्थित 'मंत्रीमुनि' सुमेरमल जी स्मृति स्थल पर मंगलवार को संथारा साधिका 'शासनश्री' साध्वी विनयश्री जी की सान्निध्य में चार तीर्थ का संगम हुआ। इस अवसर पर तेरापंथ धर्म संघ के एकादशम अनुशास्ता युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी का पावन संदेश प्राप्त हुआ। जिसे चार तीर्थ की उपस्थिति में मुनि तत्त्वरुचि जी ‘तरुण’ ने पढ़कर सुनाया। मौके पर 'शासनश्री' साध्वी मधुस्मिता जी ने स्वरचित गीत का मधुर संगान कर संथारा साधिका साध्वीश्री का गुणानुवाद किया। तेरापंथ सभा जयपुर अध्यक्ष शांतिलाल गोलछा ने साध्वी प्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी का प्राप्त मंगल सन्देश पढ़कर सुनाया। मौके पर संथारा साधिका साध्वीश्री की सहवर्ती साध्वियां जगवत्सला जी, अतुलप्रभा जी, साध्वी मधुस्मिता जी की सहयोगी साध्वियां सहजयशा जी, साध्वी अक्षयप्रभा जी, साध्वी प्रदीपप्रभा जी व साध्वी धन्यप्रभा जी तथा संथारा साधिका के संसार पक्षीय परिजन, श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे।