प्रबुद्ध सेमिनार का भव्य आयोजन

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पूर्वांचल कोलकाता।

प्रबुद्ध सेमिनार का भव्य आयोजन

युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि जिनेश कुमार जी ठाणा-3 के सानिध्य में तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम कोलकाता-हावड़ा एवं जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा (कलकत्ता - पूर्वांचल) ट्रस्ट द्वारा प्रबुद्ध सेमिनार का भव्य आयोजन भिक्षु विहार में किया गया। जिसका विषय जैन दर्शन जीवनशैली एवं स्वास्थ्य। कार्यक्रम के मुख्यवक्ता थे डॉ गौतम पीपाड़ा। इस अवसर पर उपस्थित धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा -भारतीय दर्शनों में एक प्रमुख दर्शन है- जैन दर्शन | जैन दर्शन के मुख्य आधार स्तंभ है- आत्मकर्तृत्ववाद, कर्मवाद, पुरुषार्थवाद अनेकांतवाद। अहिंसा उसका दर्शन भी है और जीवन शैली भी। दर्शन जब तक ग्रंथ तक सीमित रहता है तब तक व्यवहार के धरातल पर उसका उपयोग नहीं हो पाता है। जब दर्शन ग्रंथों से निकलकर लोगों के आचरण में उतरता है, तभी वह दर्शन जन-जन के लिए कल्याणकारी व उपयोगी बन पाता है। जैन दर्शन भी अहिंसा के माध्यम से जीवन-शैली का अंग बनकर जन-जन के लिए उपयोगी बना हुआ है, बन सकता है। आचार्य तुलसी ने जिसे जैन जीवन शैली के नाम से अभिहित किया है। जैन जीवन शैली के नौ सूत्र- सम्यकदर्शन, अनेकांत, अहिंसा, समन संस्कृति, इच्छा परिमाण, सम्यक आजीविका, सम्यक संस्कार, आहारशुद्धि-व्यसनमुक्ति, सधार्मिक वालसत्य है। इन् को सूत्रों की आराधना व अच्छे आचरण से व्यक्ति अपने जीवन को अच्छा बना सकता है। मुनि जिनेश कुमार ने आगे कहा - तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम सभी प्रबुद्धजनों में एक नई चेतना का संचार करने वाला हो सकता है। श्रावक गुलाब चंदजी दुगड़ ने अठाई तप कर अपने दृढ़ मनोबल का परिचय दिया है, मंगलकामना। इस अवसर पर मुनि कुणाल कुमार जी ने सुमधुर गीत का संगान किया। कार्यक्रम का शुभारंभ टीपीएफ के सदस्यों द्वारा मंगलाचरण से हुआ। स्वागत भाषण टीपीएफ पूर्वांचल के अध्यक्ष राकेश सिंधी ने दिया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉक्टर गौतम पीपाड़ा ने स्वास्थ्य के संदर्भ में बहुत सारी जानकारी प्रदान करते हुए सभी को जागरूक रहने का आहवान किया। टीपीएफ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश जी मालू टीपीएफ की गतिविधियों की जानकारी प्रदान करते हुए -नई पीढ़ी को टीपीएफ से जुड़ने का आहवान किया। इस अवसर पर डा. प्रताप संचेती ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अतिथि परिचय टीपीएफ साउथ हावड़ा के अध्यक्ष राजेश जैन ने दिया। आभार टीपीएफ कोलकाता जनरल के अध्यक्ष प्रतीक दुगड़ ने व्यक्त किया। अतिथियों का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर आचार्य महाप्रज्ञ प्रतिभा पुरस्कार से सम्मानित नवीन बैंगानी का पूर्वांचल सभा द्वारा सम्मान किया गया। जैन विश्वभारती के सहमंत्री नवीन बैंगानी व व पूर्वांचल सभा के कोषाध्यक्ष जयसिंह दुगड़ ने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन मुनि परमानंद ने किया। इस अवसर बाली बेलूर सभा के मंत्री गुलाब जी दुगड़ ने अट्‌ठाई तप का प्रत्याख्यान कियार। इसी अवसर पर अच्छी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में टीपीएफ एवं पूर्वांचल सभा के कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस कार्यक्रम में अनेक गणमान्य व्यक्ति विशेष रूप से उपस्थित रहे।