शासनश्री साध्वी कमलप्रभाजी की स्मृति सभा
सिकंदराबाद
साध्वी कमलप्रभा जी की स्मृति सभा, सिकंदराबाद तेरापंथ भवन में परिसंपन्न हुई। उनका गुणानुवाद करते हुए शासनश्री साध्वी जिनरेखाजी ने कहा कि साध्वी कमलप्रभा जी ‘लाडनूं’ के प्रतिष्ठित परिवार से थी। वे एक मिलनसार व मधुरभाषी साध्वीश्री थी। उनके साथ हमें भी रहने का मौका मिला। वे वैश्विक बीमारी कोरोना की चपेट में आ गई थी व अंत में स्वल्पकालिक अनशनपूर्वक दिवंगत हो गई। उनकी स्मृति में सभी साध्वियों ने चार लोगस्स का ध्यान किया।
साध्वी निर्वाणश्री जी ने साध्वी कमलप्रभा जी के प्रति अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि वे एक ऐसे परिवार से थी, जिससे 16 व्यक्ति दीक्षित हुए। वे पहले साध्वीश्री मोहनांजी के साथ रही, उनके देहावसान के पश्चात अग्रगण्य के रूप में करीब 40 वर्षों तक विचरण किया व धर्मसंघ की प्रभावना की।
साध्वी डॉ0 योगक्षेमप्रभा जी ने अपने संयोजकीय वक्तव्य में कहा कि कोविड पॉजिटिव होने के पश्चात करीब एक माह तक उससे लड़ते-लड़ते आखिर साध्वीश्री चली गई। अंतिम क्षण तक वे त्याग की भावन रखते हुए 11 मिनट के अनशनपूर्वक संसार को अलविदा कह गई।
ज्ञातव्य है कि साध्वीश्री आचार्यश्री महाश्रमण जी के दर्शन सेवा हेतु भीलवाड़ा आई पर अचानक दिवंगत हो गई।