सुसंस्कृत बच्चे समाज का गौरव हैं

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सुसंस्कृत बच्चे समाज का गौरव हैं

केंगेरी
शासनश्री साध्वी कंचनप्रभा जी के सान्‍निध्य में केंगेरी में संचालित ज्ञानशाला के ज्ञानार्थी बच्चों के माध्यम से कार्यशाला का आयोजन किया गया। साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्रोच्चार के पश्‍चात ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा भिक्षु अष्टकम संज्ञान से मंगलाचरण किया गया। शासनश्री साध्वी कंचनप्रभा जी ने कहा कि बालक-बालिकाओं में आध्यात्मिक संस्कारों की जागृति देखकर यह सिद्ध हो गया कि ज्ञानशाला की अनिवार्य उपयोगिता है। ज्ञानशाला से वास्तव में न केवल साधु-साध्वियों के प्रति श्रद्धा भक्‍ति तथा मंत्र जप के प्रति आस्था जागृत होती है, परंतु अपने अभिभावकों के प्रति भी विनय व सम्मान के भाव बढ़ते हैं। साध्वीश्री जी की प्रेरणा से बच्चों ने कई संकल्प स्वीकार किए। शासनश्री साध्वी मंजुरेखा जी ने अपने उद्गार व्यक्‍त किए। साध्वी उदितप्रभा जी, साध्वी निर्भयप्रभा जी, साध्वी चेलनाश्री जी ने आशीर्वाद दिया। गांधीनगर, बैंगलोर तेरापंथ सभाध्यक्ष सुरेश दक ने साध्वीवृंद के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। प्रशिक्षिका पूनम दक, नीलम दक एवं सीमा दक ने गीतिका का संगान किया। संचालन पूनम दक ने किया। आभार ज्ञापन सीमा दक ने किया।