मुनि दर्शन कुमार जी का देवलोकगमन

मुनि दर्शन कुमार जी का देवलोकगमन

भीलवाड़ा
मुनि दर्शन कुमार जी का भीलवाड़ा में 20 नवंबर, 2021 को रात्रि में देवलोकगमन हो गया। मुनि दर्शन कुमार जी का जन्म सन् 1956 में लावा सरदारशहर के मेहता परिवार में हुआ। विक्रम संवत् 2039 में आचार्य तुलसी के करकमलों से कांकरोली में उनकी दीक्षा हुई। आप मुनि धर्मचंद जी स्वामी एवं मुनि देवराज जी स्वामी के सिंघाड़े में रहे। मुनि देवराज जी स्वामी के देहावसान के पश्‍चात उन्हें अग्रणी बना दिया गया और मुनिवर ने अग्रणी के रूप में विभिन्‍न क्षेत्रों में विचरण किया। मुनि दर्शन कुमार जी की कला में भी विशेष रुचि थी। रजोहरण, चित्रकला, काष्ठकला आदि में उनकी विशेष रुचि थी। मुनि दर्शन कुमार जी तत्त्वज्ञान में भी अच्छी रुचि रखने वाले संत थे और वह अपने तत्त्वज्ञान को दूसरों को समझाने में विशेष रुचि लेते थे। मुनि दर्शन कुमार जी आचार्यश्री तुलसी जी, आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी एवं आचार्यश्री महाश्रमण जी के प्रति विशेष भक्‍ति रखने वाले भक्‍तिमान संत थे। वे अपने आचार्यों को अन्‍नदाता के नाम से ही संबोधित करते थे। मुनि दर्शन कुमार जी अपनी विशेष कविताओं के माध्यम से श्रावकों के दिल में विशेष जगह रखते थे। भीलवाड़ा चातुर्मास में आचार्यप्रवर के सान्‍निध्य में रहने का विशेष अवसर प्राप्त हुआ। आचार्यप्रवर के भीलवाड़ा से विहार के पश्‍चात उसी रात्रि में अचानक अस्वस्थ होने के पश्‍चात मध्य रात्रि में देवलोकगमन हो गया।