मुनि दर्शन कुमार जी के प्रति उद्गार

मुनि दर्शन कुमार जी के प्रति उद्गार

 

किया अपना आत्मोद्धार

मुनि कमल, मुनि अमन, मुनि नमि 

श्री तुलसी गुरुदेव से दीक्षा की स्वीकार।
महाश्रमण युग में किया अपना आत्मोद्धार॥

मेवाड़ी दर्शन मुनि कलाकार गुणवान
आचारवान गुरु भक्‍त थे विनयवान गण शान॥

सेवा कर गुरुदेव की एकम् निशि प्रस्थान
याद कर रहे लोग सब तत्त्वज्ञान व्याख्यान
मिलनसार मुनि की सदा स्मृति आती हरयाम
अमर हो गया संघ में दर्शन मुनि का नाम
अकस्मात संवाद सुन मन में हुआ विचार
कमल अमन नमि भावना प्राप्त करें भवपार॥