रूपांतरण की शिल्पशाला कार्यशाला
हासन (कर्नाटक)
अभातेममं के निर्देशन में हासन द्वारा रूपांतरण ज्ीतवनही श्रंपदपेउ के विषय-अनेकांत और कषाय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र के द्वारा की गई। मंगलाचरण महिला मंडल की गीतिका के द्वारा हुआ। मंडल अध्यक्ष संगीता कोठारी ने सभी का स्वागत करते हुए अनेकांतवाद पर कहा कि अपनी बात को स्वयं की दृष्टि से सही मानते हुए अन्य व्यक्ति की बात को उसी दृष्टिकोण से समझने का प्रयास करना अनेकांतवाद है। निकिता कोठारी ने कषाय पर अपने विचार रखे। सूरज तातेड़ ने अनेकांत को उजागर करने वाला स्यादवाद के बारे में बताया। मंत्री विनीता सुराणा ने नारी लोक वाचन करते हुए साध्वीप्रमुखाश्री के 50वें मनोनयन अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में संकल्प यात्रा की जानकारी दी। ज्योति वैद मूथा, सीमा तातेड़, संतोष भंसाली, दीपिका गादिया ने अपने विचार प्रस्तुत किए। उमा तातेड़ ने सभी बहनों का आभार ज्ञापन करते हुए अनेकांत पर विचार रखे। ललिता सुराणा ने बीच-बीच में अनेकांत और कषाय पर अपने विचार रखते हुए संचालन किया।